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Good news: पुलिसवालों की तरह वन​कर्मी होंगे वायरलेस से लैस, ऐसा करने वाला अल्मोड़ा बनेगा पहला डिवीजन

अल्मोड़ा। पुलिसवालों की तरह अब जल्द ही वनकर्मी भी वायरलेस फोन (Wireless phone) से लैस होंगे। वन विभाग ने इसकी कवायद शुरू कर दी गई है। सब कुछ सही रहा और वन विभाग की यह योजना जल्द धरातल पर उतरेगी तो अल्मोड़ा डिवीजन ऐसा करने वाला उत्तराखंड का पहला डिवीजन बन जाएगा।

दरअसल, पहाड़ के कई क्षेत्रों में आज भी नेटवर्क कनेक्टिविटी एक बड़ी समस्या है। नेटवर्क कनेक्टिविटी नहीं होने से कई बार वन विभाग को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। खासतौर पर फायर सीजन व मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटना के दौरान वन विभाग की यह समस्या और बढ़ जाती है। लेकिन वन महकमे ने इस समस्या का हल निकाल लिया है। वन विभाग अपने फील्ड कर्मचारियों को वायरलेस सिस्टम से जोड़ने जा रहा है। यह सिस्टम शुरू होने के बाद वन विभाग के पास अपना संपर्क साधन होगा। दूरस्थ वन क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क नहीं होने पर भी वनकर्मी सूचनाओं का आदान प्रदान कर सकेंगे।

प्रभागीय वनाधिकारी महातिम यादव (Dfo Mahatim Yadav) ने बताया कि अल्मोड़ा वन प्रभाग के दूरस्थ वन क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी की काफी समस्या है। नेटवर्क कनेक्टिविटी नहीं होने से कई बार वनाग्नि समेत अन्य घटनाओं की सूचना वन विभाग को तुरंत नहीं मिल पाती। संवेदनशील घटनाओं के दौरान एक दूसरे से मोबाइल से संपर्क नहीं हो पाने के कारण यह समस्या कई बार वनकर्मियों समेत स्थानीय लोगों के लिए खतरा बन जाती है। लेकिन वायरलेस सिस्टम शुरू होने के बाद वन विभाग के कर्मचारी फील्ड व दफ्तर हर जगह एक दूसरे से जुड़ें रहेंगें और कोई घटना घटने पर एक साथ सभी कर्मचारियों को उसकी सूचना मिल सकेगी। जिससे संबंधित क्षेत्र के कर्मचारी मौके पर घटनास्थल पहुंच सकेंगे।

20 लाख का बजट स्वीकृत

वन विभाग को वायरलेस सेट खरीदने के लिए फंड मिल चुका है। डीएफओ महातिम यादव ने बताया कि जिलाधिकारी द्वारा एसडीआरएफ फंड से वन विभाग को 20 लाख की धनराशि मिल चुकी है। वन विभाग ने वायरलेस खरीदने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। डीएफओ ने बताया कि पहले चरण में 70 से 80 वायरलेस सेट खरीदे जाएंगे। जो कि रेंजर, फारेस्ट गॉर्ड समेत अन्य फील्ड कर्मचारियों को उपलब्ध कराये जाएंगे।

वायरलेस टॉवर स्थापित करेगा वन विभाग

वायरलेस फोन की कनेक्टिविटी में कोई समस्या न हो, इसके लिए वन विभाग द्वारा जिले में एक अलग से वायरलेस टॉवर स्थापित किया जाएगा। डीएफओ यादव ने बताया कि फिलहाल टॉवर के लिए जगह चिन्हित करने की प्रक्रिया चल रही है। मामले में आपरेटरों से बाचतीत की जा रही है।

प्रदेश में बनेगा पहला डिवीजन

वनविभाग के अधिकारियों के मुताबिक वर्तमान में संरक्षित क्षेत्रों को छोड़कर प्रदेश में किसी भी डिवीजन में वायरलेस सिस्टम की सुविधा नहीं है। अल्मोड़ा वन प्रभाग वायरलेस सेंटर स्थापित करने जा रहा है। यह सुविधा शुरू होने के बाद ऐसा करने वाला अल्मोड़ा डिवीजन प्रदेश का पहला डिवीजन होगा।

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