देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग पेपर लीक मामले में एक के बाद एक परत खुलती जा रही है। पेपर लीक मामले की जांच की आंच अब उत्तराखंड सचिवालय तक पहुंच गई है। यूकेएसएसएससी के पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने सचिवालय के अपर निजी सचिव और उसके नकलची भाई को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल, मंगलवार सुबह जसपुर के कासमपुर गांव निवासी एक अभ्यर्थी तुषार चौहान को गिरफ्तार किया गया था। एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि इस परीक्षा में तुषार की 163वीं रैंक आई थी। पहले गिरफ्तार हुए कोर्ट के कर्मचारी और अन्य आरोपियों ने तुषार के बारे में बताया था। पता चला कि उसने रामनगर स्थित एक गेस्ट हाउस में पेपर हल किया था। इसके बाद उसने कई अभ्यर्थियों को यह पेपर मुहैया कराया था। इस काम में उसने भी लाखों रुपये लिए थे। आरोपी को न्यायालय के आदेश पर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।
पूछताछ में तुषार ने सचिवालय में तैनात अपने भाई गौरव चौहान का नाम भी लिया था। गौरव वहां लोक निर्माण एवं वन विभाग में अपर निजी सचिव है। गौरव चौहान को भी एसटीएफ ऑफिस पूछताछ के लिए बुलाया गया था। पता चला था कि गौरव ने अपने घर दो अभ्यर्थियों से 15-15 लाख रुपये में सौदा किया था। जब रिजल्ट आया तो इसमें से 24 लाख रुपये लिए भी गए।
पूछताछ में पहले तो गौरव इन बातों से इनकार करने लगा। लेकिन सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्यों से गौरव के घर में अभ्यर्थियों के आने का पता चला। लंबी पूछताछ के बाद एसटीएफ ने बुधवार को गौरव चौहान को गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी ने बताया कि आरोपी को गुरुवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। पूछताछ में कई और लोगों के नाम भी सामने आए हैं। इन्हें भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
बता दें कि साल 2021 में यूकेएसएसएससी ने ग्रेजुएट लेवल की परीक्षा कराई थी। जिसका रिजल्ट भी घोषित हो चुका है। अब अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन चल रहा था। लेकिन उससे पहले पेपर लीक होने के मामला बाहर आ गया। इस मामले की जांच उत्तराखंड एसटीएफ कर रही है।