अल्मोड़ा। पांच गुना रॉयल्टी के फैसले को वापस लेने समेत 4 सूत्रीय मांगों को लेकर ठेकेदारो ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को हिमालय वेलफेयर कांट्रेक्टर सोसायटी के बैनर तले ठेकेदारों ने धरना. प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
आक्रोशित ठेकेदारो ने लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड, निर्माण खंड के सभी कार्यालयों के अलावा जल संस्थान, सिचाई खंड, पीएमजीएसवाई के दोनों कार्यालयों, चीफ आफिस में तालाबंदी कर दी। वही, जल निगम में निविदाओं का बहिष्कार किया गया। इस दौरान ठेकेदारो ने सरकार पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। साथ ही सरकार को सख़्त चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगें पूरी नही हुई तो आपदा में लगी सभी जेसीबी वापस मंगा ली जाएंगी और सभी सरकारी निर्माण कार्य रोक दिए जाएंगे।
दरअसल, ठेकेदार संघ अपनी 4 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलनरत है। जिसमें निर्माण कार्यों में पांच गुना अधिक रायल्टी के शासनादेश को शीघ्र निरस्त करने, ठेकेदारों के नवीनीकरण एवं रजिस्ट्रेशन के लिए बनाई गई नई नियमावली को निरस्त कर पुरानी व्यवस्था लागू करने, निर्माण कार्यों में समय वृद्धि व विचलन में बिन कारण हो रही देरी में प्रकरण में सरलता करने व ठेकेदारों के किए गए निर्माण कार्यों के देयकों को तीन दिनों के अंदर भुगतान करने आदि मांगें शामिल है।
इस दौरान अध्यक्ष कुंदन सिंह बिष्ट, उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह कनवाल, सचिव पृथ्वीराज सिंह, सुरेंद्र सिंह, अमर बिष्ट, भूपेंद्र भोज, पूरन चंद्र पालीवाल, गणेश मेहता, गौरव वर्मा, विक्रम सिंह, प्रयाग बिष्ट, राजेंद्र सिंह कैड़ा, अकरम खान, संजय बोरा, पंकज कुमार, दिवान आर्या, गोपाल सिंह बिष्ट, बालम सिंह, शेर सिंह, भानु पांडे, बब्बर खान, भूपेंद्र सिंह भोज, रोहित रौतेला समेत कई ठेकेदार मौजूद रहे।