अल्मोड़ाः सेवानिवृत्त केंद्रीय कर्मचारी कल्याण समिति का दसवां वार्षिक सम्मेलन नगर स्थित एक होटल के सभागार में धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि दीवान सिंह बिष्ट को 80 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर सदस्यों द्वारा शाॅल ओढ़कार व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही अतिथियों द्वारा ‘नवम वार्षिक स्मारिका’ का विमोचन किया गया।
सर्वप्रथम दीप जलाकर व राष्ट्रगान गाकर कार्यक्रम की शुरूआत की गई। इस दौरान कई सदस्यों ने अपने विचार व्यक्त किए और सेवानिवृत्त केंद्रीय कर्मचारियों की समस्याओं समेत अन्य कई मुद्दों पर चर्चा की गई। इस दौरान वक्ताओं ने सरकार ने सेवानिवृत्त कर्मचारियों की मांगों पर उचित कार्यवाही करने की मांग की।
वक्ताओं ने कहा कि सेवानिवृत्त केंद्रीय कर्मचारी जो केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) सेवाएं ले रहे है, उससे मिलने वाली सेवाएं हर जगह नहीं है। आजकल की परिस्थितियों व उम्र के पड़ाव को देखते हुए जो 1 हजार की राशि मेडिकल अलाउंस के रूप में मिलती थी, वो अल्प न्यून होने से कुछ भी स्वास्थ्य सेवा नहीं मिल पाती। सदस्यों ने इसे बढ़ाकर 3 हजार रुपये प्रतिमाह किए जाने एवं डी.ए दिए जाने की मांग की।
कहा कि व्यवहारिक व शारीरिक दृष्टिकोण से इस आधुनिक युग में औसत आयु 65-70 वर्ष है। इसलिए 80 वर्ष की उम्र में 20 फीसदी पेंशन वृद्धि का कोई औचित्य नहीं रह जाता। हर वर्ष 2.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाए। जो स्वतः ही उम्रदराज को विशेष फायदे के साथ उनकी पारिवारिक परिस्थितियों से जूझने की शक्ति प्रदान करेगा।
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि बीते 27 जुलाई को 30 पृष्ठों का एक ज्ञापन जो जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को भेजा गया। जिसे तीन दिन के भीतर अग्रिम कार्यवाही के लिए भेज दिया गया। उन्होनें कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सांसद व विधायक इन ज्वलंत मुदद्दो पर आवश्यक कदम उठाएंगे। इस दौरान सभी सदस्यों ने संकल्प लिया कि वह हमेशा की तरह आगे भी नगर की मूलभूत समस्याओं के लिए आगे भी संघर्षरत रहेंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता त्रिलोक सिंह कड़ाकोटी एवं संचालन रूप सिंह बिष्ट ने किया।
इस दौरान हर्षवर्धन चौधरी, नवीन चंद्र जोशी, त्रिलोक सिंह कड़ाकोटी, एस.एस. तिवारी, महेश चंद्र आर्य, राजेंद्र प्रसाद जोशी, ए.एस. कार्की, किशोरी लाल, शेष राम, गणेश सिंह बिष्ट, के.बी. पांडे, दीवान सिंह, मनोहर सिंह नेगी, एम.डी. कांडपाल, एम.बी. साह, मदन सिंह मटेला, मोहन सिंह रावत, गंगा सिंह फर्त्याल, डाॅ. पी.सी. जोशी, आर.सी. पंत, विनोद चंद्र पंत, एन.एच. वर्मा, हीरा सिंह पालनी, डाॅ. पी.सी. पंत, नारायण दत्त पांडे, मोहन जोशी, राम सिह नगरकोटी, पी.एस. महरा, गोपाल सिंह सुप्याल, दीवान सिंह बोहरा, हरीश सिंह जड़ौत, अमर सिंह परिहार, एस.सी. पंत, बिशन सिंह बिष्ट, रतन सिंह बेलवाल, निर्मला जोशी, नंदन सिंह माजिला समेत अन्य लोग मौजूद रहे।