अल्मोड़ाः हेलंग घटना को लेकर उत्तराखंड में कई संगठनों का संघर्ष जारी है। इसी क्रम में मंगलवार को हेलंग एकजुटता मंच, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी और उत्तराखंड छात्र संगठन की ओर से ‘हेलंग में उपजे सवाल और उत्तराखंडी अस्मिता’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
नगर पालिका के स्व. विजय जोशी सभागार में आयोजित संगोष्ठी में कई वक्ताओं ने अपने विचार रखें। इस दौरान वक्ताओं ने पुलिस और केंद्रीय औद्योगिक बल द्वारा जबरदस्ती हेलंग की महिलाओं से घास लूटने और उनके खिलाफ मुकदमे की घटना को उत्तराखंडी अस्मिता के लिए बड़ी चुनौती बताया।
उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पी.सी तिवारी ने कहा कि हेलंग की लड़ाई हम सब की लड़ाई है। दिल्ली से संचालित कठपुतली सरकारें गलत नीतियां बनाकर हमारे प्राकृतिक संसाधनों पर पूंजीपतियों का राज स्थापित कर रही है। डांडाकांडा, नानीसार की घटनाएं इस लूट खसोट की स्पष्ट उदाहरण हैं और उत्तराखंड को बचाने के लिए लंबे संघर्ष की आवश्यकता है।
पी.सी तिवारी ने कहा कि हेलंग में जिस तरह प्रशासन ने पूरे उत्तराखंड को अपमानित किया है, उसके खिलाफ पूरे प्रदेश में संघर्ष जारी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के चारों ओर भू, खनन व शराब माफियाओं ने सरकारी व प्रशासनिक संरक्षण में प्रदेश की जनता को परेशान किया है उन सबसे निपटने के लिए एक सख्त लड़ाई की तैयारी चल रही है। इस दौरान तिवारी ने आगामी 1 सितंबर को नैनीताल चलों के आह्वान को लेकर लोगों से अधिक संख्या में पहुंचने की अपील की।
बैठक में एडवोकेट जगत रौतेला ने कहा कि जनता को जागरूक होकर अपने अधिकारों की लड़ाई लड़नी होगी। धर्म निरपेक्ष युवा मंच के विनय किरौला ने कहा कि सभी को एकजुट होने की आवश्कता है। डॉ. दुर्गापाल ने युवाओं को और जनता को अपने हकों के लिए सजग रहने की बात कही।
उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी की नगर इकाई की अध्यक्ष हीरा देवी ने हेलंग की घटना का पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि चिपको आन्दोलन की भूमि में इस तरह की घटनाएं होना बेहद शर्मनाक बात है और हम सबके आत्मसम्मान पर प्रहार है।
संचालन उत्तराखंड छात्र संगठन की संयोजक दीक्षा सुयाल ने किया।
बैठक में बाल प्रहरी के संपादक उदय किरौला, गोपाल राम, किरन आर्या, हेमा पांडे, भावना पांडे, हीरा देवी, आरती, राजू गिरी, जगदीश, एडवोकेट नारायण राम, सरिता मेहरा, मोहम्मद शाकिब, पवन टम्टा, राहुल टम्टा, तोशिब खान, निहाल अंसारी समेत अन्य लोग मौजूद रहे।