स्पोर्ट्स डेस्क इंडिया भारत न्यूज़: ओलिंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के भाला फेंक(जैवलिन थ्रो) इवेंट का सिल्वर मेडल जीतते हुए इतिहास रच दिया। वह इस इवेंट में मेडल जीतने वाले पहले भारतीय बने। उन्होंने 88.13 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ सिल्वर मेडल अपनी झोली में डाला। इसके अलावा भारत के रोहित यादव 78.72 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ दसवें स्थान पर रहे।
नीरज ने लगातार प्रदर्शन को सुधारा
ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा पहले प्रयास में फेल हो गए थे। उनके पहले थ्रो को फाउल घोषित किया गया था। उसके बाद चोपड़ा ने दूसरे राउंड में 82.39 मीटर दूर भाला फेंका। नीरज के प्रतिद्वंद्वी ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने पहले प्रयास में 90.21 मीटर और दूसरे राउंड में 90.46 दूर भाला फेंककर नीरज पर दबाव बना दिया था। इसके बाद नीरज ने तीसरे और चौथे राउंड में लगातार अपने प्रदर्शन को सुधारा। वह तीसरे राउंड में 86.37 और चौथे राउंड में 88.13 मीटर दूर भाला फेंकने में सफल रहे। नीरज पांचवें राउंड में फेल हो गए। पीटर्स 90.54 मीटर की दूर भाला फेंककर स्वर्ण पदक जीतने में कामयाब हुए। चेक गणराज्य के जाकुब वादलेज्च 88.09 स्कोर के साथ कांस्य जीतने में सफल हुए।
19 साल बाद भारत को टूर्नामेंट में मिला मेडल-
बता दें कि नीरज ने इस टूर्नामेंट में पदक जीतकर रिकॉर्ड बना दिया। वह इस टूर्नामेंट के इतिहास में ऐसा करने वाले पहले भारतीय पुरुष एथलिट बन गए। उनसे पहले महिलाओं में दिग्गज एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज ने लाँग जम्प में साल 2003 में ऐतिहासिक कांस्य पदक इस टूर्नामेंट में जीतने का कमाल किया था।
एंडरसन ने 90.46 थ्रो के साथ जीता गोल्ड-
वहीं ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स ने फाइनल में शुरुआती दो थ्रो लगातार 90 से ज्यादा मीटर तक किए। इसी के साथ उन्होंने फाइनल में 90.46 के बेस्ट थ्रो के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया। फाइनल में नीरज के अलावा दूसरे भारतीय रोहित यादव भी थे, लेकिन वह शुरुआती तीन थ्रो के बाद टॉप-8 में जगह नहीं बना सके और मेडल की रेस से बाहर हो गए थे।