अल्मोड़ा: पदोन्नति, अंतरमंडलीय स्थानांतरण सहित लम्बित मांगे पूरी न होने से नाराज शिक्षक अब बड़ा कदम उठाने जा रहे है। राजकीय शिक्षक संघ की प्रान्तीय कार्यकारिणी के आह्वान पर शिक्षकों ने अब प्रभारी प्रधानाचार्य और प्रधानाध्यापक का अतिरिक्त पदभार छोड़ने का निर्णय लिया है।
जिला मंत्री भूपाल सिंह चिलवाल ने प्रेस को जारी एक बयान में कहा कि राजकीय शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षक बीते दो माह से चरणबद्ध आन्दोलन कर रहे है। लेकिन शासन और विभाग शिक्षकों की अनदेखी कर रहे है। जिससे क्षुब्ध होकर संघ ने सभी गैर शैक्षणिक कार्यों का त्याग करने का निर्णय लिया है।
चिलवाल ने कहा कि परीक्षा परिणाम खराब आने पर शिक्षकों को स्पष्टीकरण और वेतन रोकने जैसे फरमान सुनाये जाते है। छात्र हितों के दृष्टिगत 17 नवम्बर से शिक्षक सिर्फ शैक्षणिक कार्य करेंगे और प्रभारी प्रधानाचार्य और प्रधानाध्यापक के प्रभार को भी त्याग देंगे। इसके अतिरिक्त खेल महाकुम्भ, बीएलओ ड्यूटी, बाल गणना जैसे गैर शैक्षणिक कार्य भी नहीं करेंगे।
जिला मंत्री चिलवाल ने कहा कि यदि किसी भी विभागीय अधिकारी द्वारा शिक्षकों से गैर शैक्षणिक कार्य कराने के लिए उनका उत्पीड़न किया गया तो ऐसे अधिकारियों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी।
खंड शिक्षा अधिकारी को सौंपा पत्र
विकासखंड धौलादेवी के शिक्षकों ने भी प्रभारी प्रधानाचार्य एवं प्रभारी प्रधानाध्यापक के अतिरिक्त दायित्व को त्यागने के सम्बन्ध में खंड शिक्षा अधिकारी धौलादेवी को पत्र सौंपा।
इस मौके पर डा. संकर्षण त्रिपाठी, डा. बृजेश डसीला, बसन्त कुमार भट्ट, खान उमेर असगर, भोला दत्त पंत, निर्मला मेहता, ललिता, सुमन वोहरा, गोकुल नाथ, चन्द्रशेखर वर्मा, राजकीय शिक्षक संघ धौलादेवी के संरक्षक त्रिवेंद्र सिंह, उपाध्यक्ष मेघा मनराल, मंत्री आनंद बल्लभ पाण्डे, संयुक्त मंत्री नितेश काण्डपाल आदि मौजूद रहे।