देहरादून: केंद्र व प्रदेश में सत्ता में आसीन भाजपा सरकार के मंत्रियों व प्रत्याशियों को चुनावी प्रचार के बीच जनता के तीखे सवालों का सामना करना पड़ रहा है। अभी कुछ दिन पहले टिहरी लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी माला राज लक्ष्मी शाह के पक्ष में वोट मांगने गए कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को विरोध का सामना करना पड़ा। मसूरी विधानसभा क्षेत्र में पड़ने वाले विलासपुर कांडली में जनसंपर्क के दौरान स्थानीय लोगों ने उन्हें घेर लिया। और मंत्री जोशी को उनके पुराने वादे याद दिलाये। लोगों ने मन्त्री से जल जीवन मिशन योजना को लेकर सवाल पूछे। जिसका वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है।
टिहरी लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार माला राजलक्ष्मी शाह के पक्ष में उत्तरकाशी के पुरोला पहुंचे मुख्यमंत्री व बीजेपी के स्टार प्रचारक पुष्कर सिंह धामी के रोड शो के दौरान लोगों ने जनप्रतिनिधियों की निष्क्रियता, बेरोजगारी व पेपर लीक को लेकर सवाल उठाए। सीएम के रोड शो में बॉबी पवार जिंदाबाद के नारे भी लगे। इसका भी वीडियो सोशल मीडिया में काफी वायरल हुआ।
इन दिनों सोशल मीडिया में एक और वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। यह वीडियो केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी से जुड़ा हुआ है। जिसमें मीडियाकर्मियों ने केंद्रीय मंत्री से अंकिता भंडारी प्रकरण को लेकर सवाल पूछा तो, मंत्री ने सवाल का जवाब देने के बजाय चुप्पी साध ली। जिसके बाद वहां से चली गई।
दरअसल, भाजपा की स्टार प्रचारक स्मृति इरानी पिछले दिनों उत्तराखंड की पौड़ी लोकसभा सीट में भाजपा प्रत्याशी अनिल बलूनी के नामांकन में पहुंची थीं। जब वो लौट रहीं थीं, उस वक्त मीडियाकर्मियों ने स्मृति ईरानी से अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर उनका पक्ष जानने की कोशिश की। लेकिन सवाल से बचकर मंत्री वहां से चली गई।
यह वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। यूजर्स ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है। वही, इस मामले को लेकर कांग्रेस ने भाजपा व स्मृति ईरानी पर तंज कसा है।
धर्म व आस्था को मुद्दा बनाकर बचने की कोशिश कर रही केंद्रीय मंत्री: लांबा
अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अल्का लांबा ने कहा कि उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी की भाजपा नेता के बेटे द्वारा हत्या किए जाने का मुद्दा बहुत बड़ा है। लेकिन केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री ने इस पर चुप्पी साधे रखी। अंकिता के परिजन आज भी अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए लड़ रहे हैं लेकिन उनके समर्थन में स्मृति ईरानी के मुंह से एक शब्द तक नहीं निकला। लांबा ने कहा कि स्मृति ईरानी उत्तराखंड की धरती पर पहुंची। लेकिन उन्होंने अंकिता भंडारी के लिए एक शब्द नहीं बोला। उन्होंने कहा कि असल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए केंद्रीय मंत्री ने धर्म व आस्था को मुद्दा बनाकर बचने की कोशिश की। लेकिन वह देश के जिस भी कोने में जाएंगी, वहां यह सवाल उन्हें खड़े दिखेंगे।
ये है मामला-
पौड़ी जिले के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी यमकेश्वर क्षेत्र स्थित वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी। 19 साल की अंकिता भंडारी 18 सितंबर 2022 को अचानक वनंत्रा रिजॉर्ट से लापता हो गई थी। इसके बाद वनंत्रा रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने अंकिता के घरवालों को गुमराह करने के लिए गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। अंकिता का शव करीब एक हफ्ते बाद 24 सितंबर को चीला नहर से बरामद हुआ। पुलकित आर्य और उसके दो साथी अंकित गुप्ता और सौरभ भास्कर पर आरोप है कि तीनों ने अंकिता को चीला नहर में धक्का दे दिया था। पुलकित आर्य पर आरोप है कि वो अंकिता भंडारी से रिजॉर्ट में गलत काम कराना चाहता था, जिसके लिए अंकिता भंडारी ने साफ इनकार कर दिया था।