देहरादून: लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। आगामी 19 अप्रैल को उत्तराखंड की पांच सीटों के लिए वोटिंग होगी। चुनाव तारीख नजदीक आने के साथ ही अवैध नकदी की तस्करी के मामले बढ़ गए हैं। आदर्श आचार संहिता के प्रभावी होने के बाद से प्रदेश के हर जिले में चौकसी बढ़ा दी गई है। उत्तरकाशी व उधमसिंह नगर जिले में चुनाव से पहले भारी मात्रा में अवैध नगदी बरामद हुई है। नगदी इतनी की लोगों की आंखे फटी रह गयी।
शराब पकड़ने गांव गयी टीम को कट्टे में मिली नोटों की गड्डियां
मामला उत्तरकाशी के नौगांव ब्लॉक का है। उड़नदस्ते की टीम को नौगांव ब्लॉक के गढ़ गांव के बलवीर सिंह के घर पर शराब और नकदी रखे जाने की सूचना मिली थी। शराब पकड़ने गढ़ गांव पहुंची टीम ने जब घर की तलाशी ली तो 4 पेटी अंग्रेजी शराब और कट्टे में पैक नकदी बरामद हुई।
कट्टे को खोलकर जब पैसों को गिना गया तो कुल 26 लाख 55 हजार 690 की राशि निकली। नकदी को गिनने के लिए पुलिस व फ्लाइंग टीम को बकायदा जमीन पर बैठकर कैश गिनना पड़ा। बरामद कैश से हर तरह के छोटे-बड़े नोट शामिल थे। सबसे अधिक 10, 50 और 100 रुपये के नोट बरामद हुए हैं। पूछताछ के दौरान संतोषजन जवाब नहीं मिलने पर टीम ने आयकर विभाग की टीम को बुलाया और नगदी उनके हवाले कर दी। व्यक्ति से साक्ष्य पेश करने के लिए कहा गया है।
पुलिस ने कहा कि शख्स द्वारा इतनी बड़ी मात्रा में धनराशि कहां से अर्जित की गयी है तथा किस उद्देश्य के लिए नकदी को घर में रखा गया था। इसकी जांच की जा रही हैं जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कार से 33 लाख रुपए की नकदी बरामद
उधमसिंह नगर के काशीपुर में मुखबिर की सूचना पर आईटीआई थाना पुलिस ने आईजीएल फैक्ट्री के पास चेकिंग के दौरान एक स्विफ्ट कार से 33 लाख रुपए की नकदी बरामद की है। कार सवार इतनी बड़ी रकम के बारे में किसी भी तरह के कागजात पेश नहीं कर सके।
पुलिस के मुताबिक, कार के डैशबोर्ड 500 रुपए के कुल 6460 नोट यानी 32 लाख 30 हजार रुपए और 200 रुपए के 250 नोट यानी 50 हजार रुपए और 100 रुपए के 200 नोट यानी 20 हजार रुपए कुल 33 लाख रुपए बरामद किए गए हैं। कार सवार इतनी बड़ी रकम के संबंध में कोई भी वैध कागजात प्रस्तुत नहीं कर सके। मौके पर इनकम टैक्स की टीम ने उक्त बरामद धनराशि को कब्जे में ले लिया है।
सीओ अनुषा बड़ोला ने बताया कि कार में 3 लोग सवार थे। पुलिस की पूछताछ में उन्होंने बताया की वह सुल्तानपुर पट्टी बाजपुर स्थित एक कंपनी में काम करते हैं और वह पैसा उनकी कंपनी का है जिसे वह जमा करने के लिए जा रहे थे। सीओ ने बताया कि बरामद की गई धनराशि के संबंध में कोई भी वैध कागजात नहीं दिखा सके।