अल्मोड़ा: कलक्ट्रेट के पास निर्माणाधीन पार्किंग में बरसात के पानी से भरे गड्ढे में डूबकर एक बच्चे की मौत हो गई। परिजन रातभर बच्चे की खोजबीन में लगे रहे। लेकिन घटना की अगली सुबह बच्चे का गड्ढे से शव बरामद हुआ। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिला मुख्यालय से लगे तलाड़बाड़ी गांव निवासी कार्तिक बिष्ट (9 वर्ष) पुत्र हरीश सिंह बिष्ट बीते बृहस्पतिवार की शाम करीब 3.30 बजे गांव के ही अपने दो हमउम्र दोस्तों के साथ खेलने के लिए गया हुआ था। इस दौरान तीनों कलक्ट्रेट की निर्माणाधीन पार्किंग में पहुंचे। तीनों पार्किंग की सुरक्षा दीवार के तल में बरसात के पानी से भरे गड्ढे में नहाने लगे। बरसात के चलते इन दिनों पार्किंग का निर्माण कार्य बंद किया गया था।
तीनों के नहाने का वीडियो निर्माणाधीन पार्किंग में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ है। सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दे रहा है कि तीनों पास में बनी सीमेंट की दीवार में चढ़कर पानी से लबालब गहरे गड्ढे में छलांग लगा रहे है। इसी दौरान कार्तिक भी छलांग लगाता है। लेकिन उसके काफी देर बाद तक वह पानी से बाहर नहीं निकला। दोस्तों ने उसे बचाने की कोशिश भी लेकिन वह इसमें सफल नहीं हुए। इसके बाद कार्तिक के दोस्त उसके कपड़े लेकर वहां से चले गए। उन्होंने घटना की जानकारी न तो आस पास के लोगों को दी और न ही कार्तिक के परिजनों को। जिससे हर को हतप्रभ है।
कार्तिक के परिजनों को उसके घर से जाने की जानकारी नहीं थी। देर शाम तक जब कार्तिक घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी ढूढ़खोज की। लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। कार्तिक की मां ने बृहस्पतिवार की देर शाम बेस चौकी में गुमशुदगी दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस ने भी बच्चे को काफी ढूढ़ने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली।
सुबह होते ही परिजन व अन्य ग्रामीण कार्तिक की तलाश में निकले। सुबह करीब 7 बजे कार्तिक की मां व उसकी ताई को कलक्ट्रेट की निर्माणाधीन पार्किंग के पास पानी से भरे गड्ढे में उसका शव उतराता हुआ मिला। यह देख उनकी चीख पुकार निकल गई। जिसके बाद आस पास के लोग व पुलिस घटनास्थल पहुंची। और कार्तिक का शव गड्ढे से बाहर निकाला गया। कार्तिक गांव के ही सरकारी स्कूल में चौथी कक्षा में पढ़ता था। वह अपने माता-पिता का एक ही बेटा था। उसकी एक बड़ी बहन है।
प्रभारी चौकी बेस सुनील सिंह बिष्ट ने बताया कि पंचायतनामा व पोस्टमार्टम की कार्यवाही के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। कार्तिक के दोस्तों ने घटना की जानकारी आस-पास के लोगों या उसके परिजनों को क्यों नहीं दी, इस बारे में अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं हुआ है। मामले की जांच की जा रही है। जिसके बाद ही सही जानकारी सामने आएगी।