उत्तरकाशी। उत्तराखंड में स्थित चार धामों में से एक गंगोत्री धाम के कपाट आज शनिवार 2 नवंबर 2024 को गोवर्धन पूजा के बाद शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। इसके बाद मां गंगा की डोली जयकारों के साथ मुखवा के लिए रवाना हुई।
बता दें कि गंगोत्री धाम में आराध्य शिव और मां गंगा का पूजन होता है। इस वर्ष कपाट खुलने से लेकर बंद होने तक गंगोत्री धाम में लगभग आठ लाख से अधिक तीर्थयात्री पहुंचे हैं। वही यमुनोत्री धाम के कपाट भैया दूज पर 3 नवंबर को दोपहर 12.05 बजे बंद होंगे ।
इस सीजन में गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आवागमन रहा। शुक्रवार को गंगोत्री धाम और गंगा घाट पर 5100 दीपक प्रज्वलित भी किए गए।
उधर, यमुनोत्री धाम में भी कपाट बंदी की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। रविवार को यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने के बाद मां यमुना की उत्सव मूर्ति खरसाली गांव के लिए रवाना होगी।
वही केदारनाथ धाम के कपाट रविवार को प्रातः 8:30 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद होंगे।
बाबा के कपाट बंद होने की प्रक्रियाएँ शुरू हो गई हैं, विगत दिन भंडार ग्रह से अखंड ज्योति को वेद मंत्रोच्चार के साथ मन्दिर में लाया गया। वही आज बाबा की पंचमुखी उत्सव डोली की पूजाएँ शुरू हो गई हैं।
इस दौरान मन्दिर समिति कर्मचारी, हकहकूक धारी, तीर्थपुरोहित एवं भक्त मौजूद रहे।
आपको बता दें कपाट खुलने से अभी तक 16,10, 930 तीर्थयात्री बाबा केदारनाथ के दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित कर चुके हैं।।