गैरसैंण (चमोली): गैरसैंण में गुरुवार को ‘पहाड़ी स्वाभिमान रैली’ निकाली गई। राज्य आंदोलनकारी, उत्तराखंड क्रांति दल, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी, मूल निवास भू कानून समिति, गैरसैंण स्थायी राजधानी संघर्ष समिति सहित कई संगठन रैली इस में शामिल हुए। रैली में हजारों की तादात में लोग जुटे। सभी ने एक सुर में आवाज बुलंद कर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बयान की कड़ी निंदा की। साथ ही नारेबाजी और पुतला दहन कर आक्रोश जताया। वहीं, रैली में उमड़ी भीड़ से शासन-प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। वहीं, प्रशासन ने शांतिपूर्ण तरीके से जनाक्रोश रैली को संपन्न करा लिया।
6 मार्च को सुबह 8 बजे से ही रामलीला मैदान गैरसैंण में उत्तराखंड के कोने-कोने से आंदोलनकारियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। 10 बजे तक रामलीला मैदान पूरी तरह भर गया। इस दौरान बाजार में भी भारी भीड़ दिखाई दी। जनाक्रोश रैली स्थल रामलीला मैदान में आंदोलनकारियों ने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की मूर्ति पर माल्यार्पण कर ‘उत्तराखंड जिंदाबाद, गैरसैंण जिंदाबाद’ के नारे लगाए।
इस दौरान लोगों ने कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल के खिलाफ नारेबाजी की। कहा कि मंत्री द्वारा पहाड़ियों के लिए अभद्र शब्द का प्रयोग किया गया। वक्ताओं ने एक सुर में मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का इस्तीफा मांगा। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने गैरसैंण उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा।
पहाड़ी स्वाभिमान मंच के बैनर तले आयोजित रैली को संबोधित करते हुए ‘पहाड़ी स्वाभिमान रैली’ के संयोजक राज्य आंदोलनकारी सुरेश बिष्ट ने कहा कि आंदोलन एक सूत्रीय मांग पर किया जा रहा है। जिसमें मंत्री के इस्तीफे की मांग की जा रही है। उनकी मांगें पूरी न होने पर अन्य कार्यक्रमों का आयोजन अलग-अलग स्थानों पर किया जाएगा। रैली के माध्यम से सरकार को चेताने का काम किया गया है।