अल्मोड़ा। ग्रीन हिल्स ट्रस्ट एवं जिला गंगा सुरक्षा समिति द्वारा संयुक्त रूप से वारी विमर्श जल पर चर्चा पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मेयर अजय वर्मा ने शिरकत की।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. जेएस रावत एवं वैज्ञानिक मानसखंड विज्ञान केंद्र डॉ. जीसीएस नेगी के साथ ही डीएफओ दीपक सिंह एवं पद्म श्री डॉ. ललित पाण्डेय सहित कई वक्ताओं ने जल संकट को लेकर अपने विचार रखें। विशेषज्ञों द्वारा घटते जलस्तर, सूखती जलधाराओं एवं जलस्रोतों पर चिंता व्यक्त करते हुए उनके पुनर्जनन के लिए विस्तृत कार्य योजना प्रस्तुत की गई। वक्ताओं ने कहा कि जल को लेकर चिंताएं और वैज्ञानिक कार्य योजनाएं तो उपयुर्क्त हैं लेकिन इन कार्यों को धरातल पर कौन करेगा, यह एक यक्ष प्रश्न है।
मुख्य अतिथि मेयर अजय वर्मा ने कहा कि जल पुराने जलस्रोत लगातार सूख रहे हैं, नदियों का जलस्तर लगातार कम हो रहा है, जो भविष्य में बड़े संकट की ओर से इशारा कर रहा है। समाज के हर व्यक्ति को इसके लिए चेतना होगा। उन्होंने कहा कि नदियों व पुराने जलस्रोतों का संरक्षण व संवर्धन जरूरी है। ताकि आने वाली पीढ़ी को जलसंकट का सामना न करना पड़ें।
ग्रीन हिल्स ट्रस्ट की सचिव डॉ. वसुधा पंत ने कहा जल संकट लगातार बढ़ते जा रहा है। समय की आवश्यकता है कि विशेषज्ञों की बनाई योजनाओं को धरातल पर उतारा जाए। बढ़ती जल समस्या को लेकर सभी को चिंता करनी होगी और इस पर कार्य करने के लिए सभी को एक मंच पर आगे आना होगा, अन्यथा भविष्य में जल संकट बड़ी त्रासदी बनेगा।
कार्यक्रम में स्वाल नदी पर वैज्ञानिक शोध एवं इसके अध्यात्मिक एवं पर्यावरणीय पहलुओं को दर्शाती पुस्तक स्वाल अ स्प्रितुअल वॉयेज: अ सोलफुल एंड साइंटिफिक इंटरवेंशन इन रिवर्स रिजुविनेशो के मुख्य पृष्ठ का अनावरण किया गया।
कार्यक्रम का संचालन ग्रीन हिल्स ट्रस्ट की सचिव डॉ. वसुधा पंत ने किया। इस कार्यक्रम में कई लोग मौजूद रहे।