अल्मोड़ा। सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में योग विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी शुरू हो गई है। अर्थ गंगा: संस्कृति, विरासत एवं पर्यटन के अंतर्गत “योग विज्ञान एवं अध्यात्म” विषय पर आयोजित इस संगोष्ठी का उद्घाटन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअली किया।
अपने संबोधन में सीएम ने योग विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित कॉन्फ्रेंस के लिए बधाइयां दी। उन्होंने कहा कि योग सनातन परंपरा एवं भारत के आध्यात्मिक चेतना को बाहर लाने का विशिष्ट प्रयास है। सम्पूर्ण विश्व में योग की बातें हो रही है। भारत की इस पुरातन योग परंपरा को आगे ले जाने के लिए कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौर में योग विज्ञान विभाग ने उत्कृष्ट प्रयास किया है। यह विभाग बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने आशा जताई कि आगामी सत्रों में प्रेरणादायी संवाद होंगे।
उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि आयुर्वेद विवि के पूर्व कुलपति प्रो. सुनील कुमार जोशी, परिसर निदेशक प्रो प्रवीण सिंह बिष्ट, पूर्व कुलपति प्रो. जगत सिंह बिष्ट, प्रो. मधुलता नयाल, डॉ.रजनी नौटियाल, प्रो सुशील कुमार जोशी, कुलसचिव डॉ देवेंद्र सिंह बिष्ट, संयोजक डॉ. नवीन भट्ट आदि मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि प्रो. जोशी ने कहा कि विज्ञान हमें अवसर प्रदान करता है और योग हमें उत्सव प्रदान करता है। जहां एक का अंत हो वह एकांत है। योग द्वैत से अद्वैत की ओर ले जाता है। योग सभी परेशानियों का मुक्त करता है। संयोजक डॉ. भट्ट ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद जैसे आध्यात्मिक पुरुषों की इस भूमि में योग विज्ञान विभाग ने योग के क्षेत्र में कई कार्य किए हैं। इस सेमिनार में आस्ट्रेलिया, चीन अफ्रीका आदि के योग से जुड़े हुए विद्वान अपने व्याख्यान देंगे और भारत के आध्यात्मिक चेतना, विज्ञान और योग के संबंध में विस्तार से चर्चा करेंगे। अध्यक्षता करते हुए परिसर निदेशक प्रो. बिष्ट ने कहा कि योग का हमारे जीवन में योगदान है। हमें सभी विषयों को योग से जोड़ना है।
संगोष्ठी के सह संयोजक डॉ लल्लन कुमार सिंह, हेमलता अवस्थी, डॉक्टर गिरीश अधिकारी, डॉ. पूजा पांडे, रेनू तिवारी, भावना, डॉ. कालीचरण, डॉ. सीताराम, डॉ सुनीता कश्यप, डॉ कविता सिजवाली, मीना, रॉबिन हिमानी, भावेश पांडे, आशीष संतोलिया ने सहयोग दिया। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, संकायाध्यक्ष, विद्यार्थी, शिक्षक, योग विभाग के सभी विद्यार्थी एवं अन्य लोग मौजूद रहे।