अल्मोड़ा। विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, हवालबाग में प्याज एवं लहसुन पर अखिल भारतीय नेटवर्क अनुसंधान परियोजना की 16वीं वार्षिक कार्यशाला शुरू हो गई है। तीन दिवसीय इस कार्यशाला का शुभारंभ मंगलवार को मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा ने किया।
संस्थान के निदेशक डॉ. लक्ष्मीकान्त एवं सभी वैज्ञानिकों को कृषि क्षेत्र में प्राप्त उपलब्धियों हेतु बधाई देते हुए कहा कि यह संस्थान एक ऐतिहासिक स्थल पर स्थित है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस कार्यशाला में देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए वैज्ञानिक अपने अनुभवों को साझा करेंगे।
कार्यशाला के अध्यक्ष उपमहानिदेशक (बागवानी विज्ञान) नई दिल्ली संजय कुमार सिंह ने कहा कि कार्यशाला में किसानों को कैसे आगे बढ़ाया जाय विषय पर गहन चर्चा की जाएगी। प्याज एवं लहसुन अनुसंधान निदेशालय, पुणे के निदेशक डॉ. विजय महाजन ने अखिल भारतीय प्याज एवं लहसुन परियोजना की वार्षिक उपलब्धियों से सभी को अवगत कराया।
संस्थान द्वारा विकसित प्याज एवं लहसुन की दो दो किस्में विमोचित एवं अधिसूचित की गई। साथ ही प्याज और लहसुन की एक एक किस्म का व्यावसायीकरण भी किया गया है। संस्थान के तीन प्रकाशनों बुलबिल ऐज प्लान्टिंग मटिरियल, नोवल अप्रोच टू कल्टीवेट लाँग डे गार्लिक इन नौर्थ वैस्टर्न हिमालयाज, पर्वतीय क्षेत्रों में प्याज का बीजोत्पादन एवं पर्वतीय क्षेत्रों में लहसुन का बीज उत्पादन का विमोचन किया गया। प्रगतिशील कृषकों हुकुम सिंह एवं नैन सिंह को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में महापौर अजय वर्मा, डॉ. सुधाकर पाण्डे, सहायक महानिदेशक डॉ. केई लवांडे, पूर्व कुलपति एवं पूर्व निदेशक डॉ. प्रवीण मलिक, सीईओ, डॉ. संजय कुमार, डॉ. बीएस पाल, डॉ. विक्रमादित्य पाण्डे, डॉ. बीएस तोमर, डॉ. पीके गुप्ता एवं देश के विभिन्न संस्थानों, कृषि विवि के लोग मौजूद रहे।