अल्मोड़ा। जिले में मंगलवार रात एक बड़ा हादसा हो गया। रात में अचानक एक मकान में भीषण आग लग गई। आग लगने से मौके पर अफरा—तफरी मच गई। आग की घटना में पूरा मकान जलकर खाक हो गया। मकान में रहने वाले तीन लोगों ने समय रहते भागकर अपनी जान बचाई। भवन स्वामी को करीब 25 लाख रुपये से अधिक का नुकसान होना बताया जा रहा है। पूर्व विस अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने मौके पर जाकर पीड़ितों की जानकारी ली। उन्होंने नुकसान का जायजा लेकर अधिकारियों को फोन पर बात कर हालात बताए।
घटना मंगलवार देर रात करीब डेढ़ बजे की बताई जा रही है। हादसे के दौरान मकान में नीमा देवी पत्नी स्व. तारेंद्र सिंह उनकी सास आनंदी देवी और बेटा हर्षित सोए थे। जबकि बेटी दिव्या घर पर नहीं थी। रात को अचानक मकान में आग लग गई। इससे पहले वह आग को बुझाते पास में रखे सिलेंडर को आग ने अपनी चपेट में ले लिया। नीमा ने सूझबूझ दिखाते हुए मवेशियों को मकान से बाहर निकाला और तीनों ने वहां से भाग कर खुद की जान भी बचाई। जिसके बाद सिलेंडर बलास्ट हो गया और मकान की छत व दीवारें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। सूचना पर अग्निशमन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची लेकिन घटनास्थल सड़क से काफी दूर होने के चलते फायर सर्विस के कर्मियों ने बाल्टियों से पानी ढोकर आग को बुझाया।
सूचना के बाद बुधवार को राजस्व विभाग की टीम नायब तहसीलदार बालम सिंह बिष्ट, कानूनगो नारायण नाथ, राजस्व उपनिरीक्षक शहरफाटक महिमंत भाकुनी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। राजस्व उपनिरीक्षक महिमंत भाकुनी ने बताया कि प्रथम दृष्टया आग शॉर्ट सर्किट से लगना प्रतीत हो रहा है। आग लगने से मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। घरेलू उपयोग में आने वाला सभी सामान जल चुका है।
भाकुनी ने बताया कि इस अग्निकांड में भवन स्वामी द्वारा 10 तोला ज्वैलरी भी जलने की बात कही गई है। प्राथमिक जांच के बाद ज्वैलरी समेत करीब 25 लाख रुपये तक का नुकसान होना पाया गया है। रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जा रही है। उन्होंने बताया कि नीमा देवी आंगबनाड़ी कार्यकर्ती हैं। उनके पति का कई साल पहले निधन हो चुका है। फिलहाल पीड़ित परिवार के लोगों के रहने व खाने की व्यवस्था कर ली गई है।