इंडिया भारत न्यूज डेस्क: उत्तराखंड में आए दिन कहीं न कहीं से रिश्वतखोरी के मामले सामने आ रहे हैं। कई आरोपियों को भ्रष्टाचार के मामलों में गिरफ्तार कर जेल भेजा चुका है। पुलिस से लेकर आबकारी विभाग, राजस्व से लेकर तमाम सरकारी दफ्तरों में बैठे कर्मचारी रिश्वत मांगते पकड़े जा चुके हैं। रिश्वत की रकम 2 हजार से लेकर लेकर लाखों रुपए तक है।
ताजा मामला हरिद्वार जिले के रुड़की से आया है। जहां विजिलेंस की टीम ने अपर तहसीलदार के पेशकार को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि पेशकार द्वारा एक अधिवक्ता से रिश्वत की मांग की गई थी। शिकायत के बाद विजिलेंस की टीम ने रूपरेखा तैयार कर आरोपी पेशकार को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया।
रुड़की तहसील में अपर तहसीलदार के पेशकार के पद पर रोहित पुत्र रामपाल सिंह निवासी रुड़की थाना, हरिद्वार तैनात है। एक अधिवक्ता ने विजिलेंस सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) के टोल फ्री नंबर पर शिकायत दर्ज कराई थी। पत्रावली पर कार्रवाई कराए जाने के एवज में अपर तहसीलदार रुड़की के पेशकार रोहित द्वारा 25 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की जा रही है।
शिकायत पर सतर्कता अधिष्ठान सेक्टर देहरादून की ट्रैप टीम द्वारा पीड़ित के साथ आरोपी को पकड़ने की पूरी रूपरेखा तैयार की गई। जैसे ही पेशकार ने पैसे लिए तो पहले से तैनात विजिलेंस की टीम ने आरोपी रोहित को शिकायतकर्ता से 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। वहीं आरोपी के आवास की तलाशी और अन्य स्थानों पर भी संपत्ति के संबंध में पूछताछ की जा रही है।