अल्मोड़ा। गुरुवार रात से रूक रूक हो रही बारिश से जिले में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। ताकुला विकासखंड के ग्राम पंचायत नाई ढौल के थपनिया तोक निवासी बहादुर राम का मकान भारी बारिश से पूरी तरह ध्वस्त हो गया।
बहादुर राम अपने परिवार के साथ पिछले दो सप्ताह से गांव में किसी अन्य के घर में शरण लिए हुए है। उन्होंने बताया कि गत दिनों हुई बारिश से उनके मकान की एक दीवार ढह गयी थी। खतरे को देख अगले ही दिन वह अपने परिवार तथा मवेशियों को लेकर गांव में ही अपने चचेरे भाई सोबन राम के यहां चले गए थे। शुक्रवार को तेज बारिश से उनका मकान भरभराकर ढह गया।
उन्होंने बताया कि उनका भवन जब आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुआ था। तब घटना की सूचना राजस्व विभाग को दी गई। जिसके बाद राजस्व उपनिरीक्षक ने गांव पहुंचकर मौका मुआयना किया। मकान ध्वस्त होने से बहादुर राम बेघर हो चुके हैं। वह मेहनत मजदूरी कर परिवार को भरण पोषण करते हैं। उन्होंने प्रशासन से तत्काल मुआवजा देने सहित अन्य आवश्यक कार्यवाही करने की मांग की है।
जिला आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक जिले में पिछले तीन माह में यानि 10 जून से वर्तमान तक 127 भवन आंशिक एवं 12 भवन तीक्ष्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए है। जबकि नौ पशुहानि और एक जनहानि हो चुकी है।
आठ ग्रामीण सड़कों में आवाजाही ठप
अल्मोड़ा। शुक्रवार को दिनभर रूक रूक कर बारिश होने का सिलसिला जारी रहा। बारिश से जिले की कई सड़कें प्रभावित हुई है। अल्मोड़ा घाट पनार राष्ट्रीय राजमार्ग कांडानौला के पास मलबा आने से कई घंटे तक बाधित रहा। बाद में मलबा हटाकर मार्ग को सुचारू करा लिया गया। वही, भूस्खलन से मलबा आने और दीवार क्षतिग्रस्त होने से जिले की आठ ग्रामीण सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई हैं। शनिवार तक इन मोटर मार्गों में यातायात सुचारू होने की उम्मीद है।
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