अल्मोड़ा। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने कहा कि सरकार का बुल्डोजर असहाय व गरीबों के ख़िलाफ़ सक्रिय है पर उत्तराखंड में अपराध व अराजकता के केंद्र बने प्रभावशाली भू माफियाओं पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।
उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी.सी. तिवारी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बयान का संज्ञान लेते हुए कहा कि सरकार व कांग्रेस-भाजपा के नेता उत्तराखंड में सशक्त भू कानून की बात तो करते हैं लेकिन नानीसार व डांडाकांडा जैसे क्षेत्रों के दबंगों, भू माफियाओं के ख़िलाफ़ उनकी चुप्पी संदेह पैदा करती है। उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी.सी. तिवारी ने कहा कि यदि डांडाकांडा के कुख्यात भू माफियाओं के ख़िलाफ़ तत्काल कार्यवाही नहीं हुई तो उपपा उत्तराखंडी अस्मिता से खिलवाड़ कर रहे तत्वों के ख़िलाफ़ आंदोलन शुरू करेगी।
उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष ने यहां ज़ारी बयान में कहा कि उत्तराखंड में कुख्यात भू माफियाओं में से एक डांडाकांडा क्षेत्र में प्लीजेंट वैली फाउंडेशन के नाम से सार्वजनिक सरकारी भूमि पर विशालकाय निर्माण, सड़क निर्माण कर अपराध अराजकता का तांडव शुरू किया है। इस संस्था के पीछे काम कर रहे दिल्ली के एक अधिकारी ए.वी. प्रेमनाथ और उनके गिरोह ने ग्रामीणों से लेकर सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ताओं, पत्रकारों, पुलिस प्रशासन के ईमानदार अधिकारियों के ख़िलाफ़ लगभग एक दशक से झूठी शिकायतें और मुकदमे करा रहा है।
उपपा अध्यक्ष ने कहा कि ए.वी. प्रेमनाथ, उनकी पत्नी आशा यादव और उसके सिपहसालार गोपाल सिंह के ख़िलाफ़ आपराधिक मुकदमे दर्ज़ होने के बावजूद प्रदेश सरकार चुपचाप सारा तमाशा देख रही है।
उपपा अध्यक्ष ने प्रदेश सरकार से भू माफियाओं के इस प्रभावशाली गिरोह के आपराधिक कारनामों का पर्दाफाश करने हेतु उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित करने, उनको दी गई अनुमति नियमानुसार निरस्त कर उनकी संपत्तियां सरकार के पक्ष में ज़ब्त करने की मांग की। उपपा अध्यक्ष ने कहा कि इस मामले में यदि सरकार ने तत्काल कार्यवाही नहीं की तो उपपा आंदोलन शुरू करेगी जिसकी ज़िम्मेदारी सरकार की होगी।