अल्मोड़ा। कुमाऊं महोत्सव में बाहरी व्यापारियों की दुकानों को न लगाने की मांग को लेकर मंगलवार को नगर व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी वंदना से मुलाकात की। इस दौरान पदाधिकारियों ने कहा कि महोत्सव में बाहरी व्यापारियों की दुकानें लगने से नगर में व्यापार पर खासा असर पड़ेगा। कोरोना काल के बाद व्यापार में लगातार गिरावट आई है। जिससे व्यापारियों को काफी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अगर इसी तरह महोत्सव व अन्य कार्यक्रमों में स्थानीय व्यापारियों को मौका न देकर बाहरी लोगों की दुकानें लगाई जाएंगी तो नगर के व्यापारियों का व्यापार प्रभावित होगा।
इस दौरान डीएम वंदना ने व्यापार मंडल की समस्याओं को गंभीरता से सुना। डीएम के निर्देश पर तहसीलदार कुलदीप पांडे ने नवीन कलक्ट्रेट में व्यापार मंडल, महोत्सव समिति व झूले व बाजार के ठेकेदार की संयुक्त बैठक कराई। जिसमें व्यापारियों ने अपनी मांगें रखी।
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बैठक के दौरान तय हुआ कि कुमाऊं महोत्सव में बाहरी व्यापारियों द्वारा सिर्फ हस्तशिल्प की बाजार व झूले लगाए जाएंगे। इसके अलावा कपड़ा, बर्तन, फर्नीचर, जूते समेत अन्य उत्पादों व वस्तुओं की बाजार स्थानीय व्यापारी ही लगायेंगे। जिसको लेकर सभी के बीच सहमति बनी।
तहसीलदार कुलदीप पांडे ने बताया कि कुमाऊं महोत्सव में स्थानीय व्यापारियों की दुकान लगाने को लेकर बैठक में सहमति बन गई है और प्रशासन की टीम द्वारा महोत्सव में लगी बाजार का जायजा भी लिया जाएगा।
बैठक में व्यापार मंडल अध्यक्ष सुशील साह, सचिव मयंक बिष्ट, कोषाध्यक्ष कार्तिक साह, उपसचिव अमन नज्जौन और महोत्सव समिति से सभासद राजेंद्र तिवारी, अमरनाथ नेगी और विशाल रावत मौजूद थे।