अल्मोड़ा। विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान के कोसी स्थित केंद्र में तीन दिवसीय मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण शुरू हो गया है। संस्थान के निदेशक डॉ. लक्ष्मीकांत ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया। यहां हंस आजीविका परियोजना के तहत 33 किसानों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए वैज्ञानकों द्वारा मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
परियोजना प्रबंधक दलीप सिंह कुलेगी ने बताया कि द हंस फाउंडेशन हंस आजीविका परियोजना के माध्यम से ग्रामीणों को मशरुम का प्रशिक्षण वीपीकेएएस के सहयोग से करवा रही है। ताकि ग्रामीण तकनीकी रूप से मशरुम उत्पादन में सक्षम हो।कार्यक्रम में डॉ. केके मिश्रा द्वारा विश्व व देश में मशरूम उत्पादन की स्थिति, वर्तमान परिदृश्य, भविष्य की संभावनाएं तथा डॉ. गौरव वर्मा द्वारा ढींगरी मशरुम की खेती, उसके तरीके, विधि एवं प्रमुख रोग व उनके प्रबंधन की जानकारी दी गयी।
इस मौके पर डॉ बीएम पांडे, जसवंत नेगी, मोहित बिष्ट, सूरज, दीपाली एवं कास्तकार मौजूद रहे|