Breaking News
Oplus_131072

Almora:: आंगनबाड़ी वर्कर्स ने शीतकालीन अवकाश व बीएलओ के बढ़े हुए मानदेय के भुगतान की उठाई मांग, डीएम को भेजा ज्ञापन

अल्मोड़ा: आंगनबाड़ी कार्यकर्ती सेविका मिनी कर्मचारी संगठन ने आंगनबाड़ी केंद्रों में शीतकालीन अवकाश घोषित करने की मांग की है। साथ ही शासन-प्रशासन से बूथ लेवल आफिसर (बीएलओ) के बढ़े हुए मानदेय का भुगतान करने की गुहार भी लगाई है।

 

संगठन की जिलाध्यक्ष रजनी बगड़वाल के नेतृत्व में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने इंटर कॉलेज बाड़ीछीना में आयोजित शिविर में तहसीलदार ज्योति धपवाल के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन प्रेषित किए।

 

ज्ञापन में कहा कि जिले में जनवरी माह में ठंड को देखते हुए सभी सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों में अवकाश दिया जाता है, लेकिन आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश का कोई प्रावधान नहीं है। कहा कि जिले के सभी विकासखंड में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों में 3 वर्ष से 6 वर्षों के बच्चे पठन-पाठन के लिए आते हैं। ठंड में उनके स्वास्थ्य बिगड़ने की संभावना बनी रहती है। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों में 6 जनवरी से 15 जनवरी तक शीतकाल अवकाश देने की मांग की है। कहा कि इस अवधि में आंगनबाड़ी वर्कर्स और सहायिकाओं द्वारा विभागीय ऑनलाइन कार्यों को पूरा किया जाएगा।

 

मानदेय बढ़ा लेकिन नहीं किया भुगतान

अल्मोड़ा: चुनाव आयोग ने बीते दिनों बीएलओ के मानदेय को बढ़ाने का आदेश जारी किया था। चुनाव आयोग के आदेश के बावजूद अल्मोड़ा जिले में बीएलओ को बढ़े हुए मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ती सेविका मिनी कर्मचारी संगठन ने डीएम को भेजे ज्ञापन में कहा कि बीएलओ का मानदेय 12000 किये जाने से संबंधित आदेश जारी हो चुका है। और सभी जिलों में बीएलओ के मानदेय का भुगतान हो चुका है। लेकिन अल्मोड़ा जिले में अब तक मानदेय नहीं मिल पाया है। इसके अलावा निर्वाचक नामावली कार्य के मानदेय का भी भुगतान नहीं किये जाने पर संगठन के पदाधिकारियों ने नाराजगी जताई है।

 

जिलाध्यक्ष रजनी बगड़वाल ने कहा कि आंगनबाड़ी वर्कर्स को पिछले वर्ष निर्वाचक नामावलियों का कार्य सौंपा गया। और कार्य पूरा होते ही मानदेय दिए जाने का आश्वासन दिया गया। लेकिन एक वर्ष बीत चुका है। मानदेय का भुगतान अब तक नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि जिले की सभी आंगनबाड़ी वर्कर्स शासन-प्रशासन व विभाग द्वारा दिए हुए दायित्वों का भलीभांति निर्वहन कर रही हैं। लेकिन मानदेय न देकर उनका शोषण किया जा रहा है। जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर मांगों पर कार्यवाही नहीं हुई तो संगठन द्वारा आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।

ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष रजनी बगड़वाल के अलावा कमला कार्की, गीता कार्की , महादेवी सुप्याल, दीपा सुप्याल आदि शामिल रहीं।

 

Check Also

डायट में बालिका पंचायत का समापन, विभिन्न प्रतियोगिताओं में बेटियों ने दिखाई प्रतिभा, ये रहे विजेता

  अल्मोड़ा। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित दो दिवसीय बालिका पंचायत का मंगलवार …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *