इंडिया भारत न्यूज डेस्क: ऋषिकेश एम्स से उड़ाया गया ड्रोन सोमवार को कोटद्वार से करीब 20 किलोमीटर पहले इंडस्ट्रियल एरिया में एक पेड़ पर फंसकर क्रैश हो गया। ड्रोन का कुछ हिस्सा अभी भी यूकेलिप्टस के पेड़ों में फंसा हुआ है, जिसे करीब 2 घंटे से निकाले जाने की कोशिश जारी है।
दरअसल, एम्स ऋषिकेश से कोटद्वार बेस अस्पताल के लिए ब्लड प्रोडक्ट ड्रोन के माध्यम से भेजने का ट्रायल किया गया। एम्स ऋषिकेश का मकसद है कि इस तरह से अस्पताल में भर्ती मरीजों की जान बचाने में मदद मिलेगी। ड्रोन के माध्यम से ब्लड व दवाइयां कम समय में मरीजों तक पहुंचा सकेंगे।
सोमवार दोपहर 12:45 बजे एम्स ऋषिकेश से 25 किलो वजनी ड्रोन करीब 2 किलो वजन का ब्लड कंपोनेंट लेकर कोटद्वार बेस अस्पताल से लिए उड़ा था। लेकिन बेस अस्पताल से 14 किमी पहले ही ड्रोन कोटद्वार भाबर के इंडस्ट्रियल एरिया में एक पेड़ पर फंस गया।
मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना की जानकारी ली। जबकि ड्रोन का कुछ पार्ट यूकेलिप्टस के पेड़ों में ही फंसा हुआ है। शेष हिस्से को निकालने के लिए मौके पर क्रेन मंगाई गई। इसके बावजूद भी ड्रोन के शेष पार्ट का रेस्क्यू नहीं हो पाया है। करीब 2 घंटे से क्रेन की मदद से रेस्क्यू किया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक, अब किसी शख्स को पेड़ में चढ़ाकर शेष भाग को निकाला जाएगा।