इंडिया भारत न्यूज डेस्क: डॉक्टरों को धरती का भगवान कहा जाता है। माना जाता है कि अगर ईश्वर के बाद इंसान की कोई रक्षा करता है तो वो डॉक्टर ही है। लेकिन जब डॉक्टर ही लापरवाह बन जाए तो इंसान की जान जाने में भी वक्त नहीं लगता है।
जिम्मेदारी के वक्त लापरवाही का एक ऐसा ही केस आंध्र प्रदेश के एलुरु जिले से सामने आया है। जहां डॉक्टरों ने महिला का ऑपरेशन करते वक्त पेट में ही कैंची छोड़ दी और भूल गए। ऑपरेशन के दौरान मरीज के पेट में कैंची भूल जाने के चौंकाने वाली यह कहानी फिल्मी जरूर है, लेकिन सच्ची है। डॉक्टरों की लापरवाही के चलते एक महिला की जान खतरे में पड़ गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह मामला जिले के पेडापाडु मंडल के एस. कोट्टापल्ली गांव की बताई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जी स्वप्ना नाम की एक महिला गर्भवती थी, जिन्हें प्रसव पीड़ा के बाद 19 अप्रैल को एलुरु शिक्षण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने उनका ऑपरेशन करने की सलाह दी और परिवार की अनुमति से महिला का ऑपरेशन शुरू हुआ। बच्चे को ऑपरेशन के जरिए महिला के गर्भ से निकाला गया और ट्रीटमेंट के बाद महिला को डॉक्टरों ने डिस्चार्ज कर दिया।
लेकिन इस ऑपरेशन के बाद महिला के पेट में अक्सर दर्द होने लगा। शुरू में महिला ने दवाई खायी लेकिन दर्द बना रहा। बाद में स्वप्ना को पेट में दर्द बेहद तेज होने लगा, जिसके बाद बीते दिनों उन्हें फिर से एलुरु के शिक्षण अस्पताल भर्ती कराया गया। वहां डॉक्टरों ने उनकी जांच की, जिसके बाद उन्हें विजयवाड़ा अस्पताल में ले जाने की सलाह दी।
एक्स-रे में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
यहां महिला का एक्स-रे कराया गया, जिसमें पता चला कि महिला के पेट में कैंची है। इसके बाद इस मामले का खुलासा हुआ कि एलुरु शिक्षण अस्पताल में डॉक्टरों ने महिला का ऑपरेशन किया था और इस दौरान एक कैंची उसके पेट में भूल गए थे।
मामले की जानकारी के बाद जब अस्पताल के अधीक्षक शशिधर से इस पर स्पष्टीकरण मांगा गया तो उन्होंने कहा कि यह मामला सच है। एलुरु के जिला कलेक्टर प्रसन्ना वेंकटेश ने अस्पताल में हुई घटना पर प्रतिक्रिया दी और एक जांच समिति का गठन किया है।