अल्मोड़ा। लंबित मांगों पर कार्यवाही नहीं होने से गुस्साएं पर्वतीय ठेकेदार संघ से जुड़ें ठेकेदारों ने शनिवार को निविदाओं का बहिष्कार किया। इस दौरान निर्माण खंड, लोक निर्माण विभाग कार्यालय परिसर में जोरदार प्रदर्शन किया। ठेकेदारों ने मांगों पर सकारात्मक कार्यवाही नहीं होने पर आगे भी निविदाओं का बहिष्कार करने व उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
निर्माण खंड, लोनिवि द्वारा जनपद की तीन अलग-अलग सड़कों के लिए डामरीकरण, सुधारीकरण व सीसी निर्माण की सिंगल बिड सिस्टम के तहत ई निविदा आमंत्रित की थी। सभी ठेकेदार निर्माण खंड कार्यालय परिसर में एकत्रित हुए। यहां सभी ने एकमत होकर निविदाओं का बहिष्कार करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया।
पर्वतीय ठेकेदार संघ के महासचिव सुरेंद्र सिंह बेलवाल ने कहा कि ठेकेदार संघों द्वारा पूरे प्रदेशभर में निविदाओं का बहिष्कार किया जा रहा है। 19 सूत्रीय मांगों को लेकर मंत्रियों व स्थानीय विधायकों के माध्यम से सीएम को पत्र भेजा गया है। जिसमें मुख्य रूप से 5 करोड़ तक के काम सिंगल विंडो सिस्टम से स्थानीय ठेकेदारों को देने, रजिस्ट्रेशन नियमों का शिथिलीकरण करने व समय सीमा 5 वर्ष रखने, एसओआर दरों को प्रतिवर्ष महंगाई की दर के अनुरूप बढ़ाने, राज्य सरकार द्वारा सभी निर्माणाचार्यों का बीमा कराने तथा आकस्मिक मृत्यु पर उचित मुआवजा दिए जाने, श्रेणी डी, सी, बी की कार्य क्षमता क्रमश: 1.5 करोड़, 3 करोड़ और 6 करोड़ किए जाने, रॉयल्टी की दरों को कम करने समेत अन्य मांगें शामिल है।
ठेकेदारों ने कहा कि प्रदेश सरकार निविदाओं के बड़े पैकेज बनाकर बाहरी ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने का काम रही है। जिससे स्थानीय छोटे ठेकेदारों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों पर ठोस निर्णय नहीं लेती तब तक सभी प्रकार की निविदाओं का बहिष्कार किया जाएगा। कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं होती आगे भी टेंडरों का बहिष्कार किया जाएगा। और जरूरत पड़ी तो ठेकेदार आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
प्रदर्शन के दौरान वालों में पर्वतीय ठेकेदार संघ के उपाध्यक्ष अकरम खान, कोषाध्यक्ष जगदीश भट्ट, उपसचिव जितेंद्र सिंह सिंग्वाल, ललित मेहता, संदीप श्रीवास्तव, सुंदर सिंह, कुंदन सिंह बिष्ट, संतोष बिष्ट, सुंदर सिंह सिजवाली, हरीश भट्ट, जीवन सिंह मेहरा, पूरन चंद्र, विजय सिंह, राजेंद्र सिंह, महेश सिंह समेत कई ठेकेदार मौजूद रहे।