इंडिया भारत न्यूज डेस्क: जिओ फाइबर के मैनेजर को किडनैप कर 20 लाख रुपये की फिरौती मांगने के एक मामले में यूपी पुलिस एसटीएफ की बदमाशों से मुठभेड़ हो गई। जिसमें दो बदमाश गोली लगने से घायल हो गए। जबकि दो अपहरणकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस सनसनीखेज मामले का अल्मोड़ा कनेक्शन सामने आया है। अपहरणकर्ताओं में तीन युवक अल्मोड़ा के रहने वाले है। जिसमें अल्मोड़ा निवासी विशाल नाम के एक युवक को भी गोली लगी है, जो फिलहाल अस्पताल में भर्ती है।

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, शनिवार यानि 4 जनवरी की तड़के मुरादाबाद, यूपी डीएम के आवास के पास एसटीएफ की बदमाशों से मुठभेड़ हो गई। पुलिस टीम ने मुख्य आरोपी विशाल को गोली मारकर घायल कर दिया। उसके तीन अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि मैनेजर को बदमाशों से छुड़ा लिया है।
हाथरस पुलिस के मुताबिक किडनैपर्स के पास से स्विफ्ट कार, 50 हजार रुपए कैश, मोबाइल फोन और घटना में इस्तेमाल की गई स्कूटी बरामद हुई है। अपहरण के मामले में एसटीएफ और पुलिस ने मिलकर कार्रवाई की। इसमें 29 वर्षीय विशाल पुत्र मोहनलाल निवासी राजपुरा, धारानौला अल्मोड़ा व एक अन्य अपहरणकर्ता घायल हुआ। विशाल के गर्दन के बाये ओर गोली लगी हैं। उसके दो अन्य साथी करन बिष्ट (20) पुत्र राजेंद्र बिष्ट, निवासी मालगांव, अल्मोड़ा और सुजल कुमार (19) पुत्र सुरेश लाल, निवासी कनेली, थाना अल्मोड़ा को गिरफ्तार किया है।
जानिए क्या है पूरा मामला
जिओ फाइबर कंपनी के मैनेजर अभिनव भारद्वाज उत्तर प्रदेश के हाथरस गेट थाना क्षेत्र में रहते हैं। बीते 1 जनवरी दोपहर को अभिनव भारद्वाज सिकंद्राराऊ के लिए घर से निकले थे, लेकिन इसके बाद वो घर नहीं लौटे। परिजनों को चिंता हुई तो उन्होंने उनकी तलाश शुरू की। इसके बाद अभिनव भारद्वाज की पत्नी ने पुलिस से भी संपर्क किया। जिसके बाद पुलिस की टीम अभिनव भारद्वाज की तलाश में जुट गई थी। लेकिन अभिनव भारद्वाज की कहीं से कोई खबर नहीं मिली।

यूपी पुलिस के मुताबिक उसी रात को 9 बजे अज्ञात नंबर से अभिनव भारद्वाज के परिजनों को फोन आया। फोन करने वाले व्यक्ति ने परिजनों से कहा कि अभिनव भारद्वाज का किडनैप हो गया। बदमाशों ने अभिनव भारद्वाज को छोड़ने के लिए 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी। साथ ही धमकी दी कि पुलिस के पास गए तो अच्छा नहीं होगा। बदमाशों ने खुद को दिल्ली के कुख्यात बदमाश टिल्लू ताजपुरिया गैंग का सदस्य बताया।
पुलिस के अनुसार अपहरणकर्ताओं ने फिरौती लेने के लिए मुरादाबाद में साजिश रची थी। हाथरस पुलिस के साथ-साथ यूपी एसटीएफ भी एक्टिव हुई। बदमाशों को पकड़ने और अभिनव भारद्वाज को छुड़ाने के प्लान बनाया गया। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक अभिनव भारद्वाज के परिजन फिरौती की रकम लेकर यूपी के मुरादाबाद जिले में पहुंचे। जैसे ही परिजनों ने बदमाशों को रकम दी तो यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट भी बदमाशों के पीछे लग गई।

कसार देवी क्षेत्र के एक होम स्टे में छुपा कर रखा था मैनेजर
अल्मोड़ा के पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बदमाश मैनेजर अभिनव भारद्वाज का अपहरण कर उसे अल्मोड़ा लाये थे। यहां कसार देवी क्षेत्र के एक होम स्टे में उसे छुपा कर रखा हुआ था। एक रात आरोपी वही रूके थे। जिसके बाद अगले दिन फिरौती की रकम लेने के लिए मुरादाबाद गए थे। जहां एसटीएफ व बदमाशों की मुठभेड़ हो गई। अपहरण मामले के अल्मोड़ा कनेक्शन का पता लगते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। बदमाश मैनेजर का अपहरण कर कब उसे यहां लेकर पहुंचे, होम स्टे स्वामी को इस मामले की जानकारी थी या नहीं, कब उसे वापस लेकर गए, पुलिस ऐसे तमाम सवालों की गहराई से तफ्तीश में जुट गई है।