अल्मोड़ा। जिलाधिकारी विनीत तोमर ने सड़क मार्ग से मलबा हटाने में देरी करने पर दो अभियंताओं पर कार्रवाई की है। डीएम ने अग्रिम आदेश तक एई व जेई के वेतन रोकने के निर्देश दिए है। साथ ही दोनों से स्पष्टीकरण मांगा है। डीएम की इस कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मच गया।
धौलछीना-सेराघाट स्टेट हाईवे में सुपई बैंड के पास बीते मंगलवार की शाम करीब 7:27 बजे मलबा आ गया था। जिससे यातायात बाधित हो गया। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश बहुगुणा समेत कई लोग तीन घंटे से अधिक समय तक जाम में फंसे रहे। जिलाध्यक्ष बहुगुणा ने डयूटी में तैनात जेई समेत आला अधिकारियों को मामले की जानकारी दी। करीब तीन घंटे बाद जेसीबी की मदद से मोटर मार्ग को सुचारू कराया गया। थानाध्यक्ष धौलछीना विजय नेगी ने बताया कि सेराघाट क्षेत्र से मरीज को लेकर आ रही एंबुलेंस भी करीब आधा घंटा जाम में फंसी रही। हालांकि, बाद में मार्ग सुचारू करा लिया गया।
अधिकारियों द्वारा डयूटी पर तैनात निर्माण खंड लोनिवि के सहायक अभियंता हरीश जोशी व कनिष्ठ अभियंता जेई जासुका चौधरी को सड़क सुचारू करने की सूचना दी गई। दोनों अभियंताओं पर आरोप है कि उन्होंने कार्य में लापरवाही बरती। जिस कारण कई लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
डीएम विनीत तोमर ने मामले का संज्ञान लेते हुए सहायक अभियंता व कनिष्ठ अभियंता को बताया कि एई व जेई को सड़क सुचारू करने के निर्देश दिए गए। लेकिन दोनों अभियंताओं ने लापरवाही बरतते हुए कार्य में देरी की गई। डीएम ने अग्रिम आदेशों तक दोनों अभियंताओं के वेतन रोकने के निर्देश दिए है। मामले में डीएम व ईई निर्माण खंड विभोर गुप्ता ने दोनों अभियंताओं से स्पष्टीकरण मांगा है। बताया कि स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाया गया तो दोनों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।