अल्मोड़ा। अल्मोड़ा-क्वारब राष्ट्रीय राजमार्ग लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। हाईवे में लगातार तीसरे दिन भी वाहनों की आवाजाही पर पूरी तरह ब्रेक लगा रहा। जिससे आम जनमानस की मुश्किलें बढ़ गई है। क्वारब की दरकती पहाड़ी के आगे अब एनएच व प्रशासन बेबश नजर आ रहा है।
क्वारब डेंजर जोन के पास सोमवार को पहाड़ी से कई बार मलबा व पत्थर गिरे। जेसीबी व पोकलैंड मशीन से कई बार मलबा हटाने का प्रयास किया गया। लेकिन पहाड़ी से गिर रहे बड़े बड़े पत्थरों से नियमित रूप से काम नहीं हो पाया। क्वारब में लगातार दरक रही पहाड़ी से इस मार्ग पर अब आवाजाही भी पूरी तरह जोखिम भरी हो गई है। इस समस्या के समाधान के आगे प्रशासन के प्रयास नाकाफी दिख रहे है।
गौरतलब है कि टीएचडीसी व जीएसआई की टीम पूर्व में क्वारब में प्रभावित पहाड़ी का सर्वेक्षण कर चुकी है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री अजय टम्टा तीन बार आला अफसरों के साथ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण कर चुके हैं। लेकिन ट्रीटमेंट कार्य में हो रही देरी पर अब लोगों का सब्र जवाब देने लगा है। देर शाम खबर लिखे जाने तक हाईवे यातयात के लिए बाधित था और सड़क से मलबा हटाने का कार्य जारी था।
प्रभावित क्षेत्र का किया निरीक्षण
अल्मोड़ा। सहायक अभियंता एनएच गिरीश पांडे ने जानकारी देते हुए कहा कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को क्वारब डेंजर जोन का निरीक्षण किया। दोपहर 11 बजे से शाम तीन बजे तक प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण कर जरूरी जानकारी जुटाई गई। उनके साथ अधिशासी अभियंता एनएच महेंद्र कुमार मौजूद रहे।
क्वारब डेंजर जोन की समस्या का जल्द होगा समाधान: टम्टा
अल्मोड़ा। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री अजय टम्टा ने सोमवार शाम क्वारब में बंद मार्ग के संबंध में वैकल्पिक मार्ग तलाशने के लिए स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि बंद मार्ग के दौरान वैकल्पिक मार्ग की तलाश जरूरी है। इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि क्वारब के समाधान के लिए टीएचडीसी द्वारा 18 करोड़ रुपए की डीपीआर बनाई गई है। इसी क्रम में इन कार्यों का टेंडर सोमवार को खुल गया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही क्वारब डेंजर जोन की समस्या का समाधान कर लोगों को राहत दी जाएगी। इस दौरान सीडीओ दिवेश शाशनी समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
कांग्रेस ने दी आंदोलन की चेतावनी
अल्मोड़ा। तीन दिन से बंद अल्मोड़ा क्वारब नेशनल हाईवे को यातायात के लिए सुचारू नहीं करने को कांग्रेस ने सरकार व जिला प्रशासन की विफलता बताया है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिह भोज ने जारी बयान में कहा कि यह एनएच पहाड़ की लाइफलाईन है। एनएच में यातायात बाधित होने से आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। शादी का सीजन शुरू हो गया है। लोग अतिरिक्त किराया चुकाकर लंबे रूट से यात्रा करने को विवश है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति तब है जब स्थानीय सांसद के पास केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री की जिम्मेदारी है। तीन से हाईवे का न खुलना दुर्भाग्यपूर्ण है यह सीधे तौर पर सरकार व प्रशासन की विफलता है। उन्होंने कहा कि अगर हाईवे को शीघ्र यातायात के लिए सुचारू नहीं कराया गया तो कांग्रेस उग्र आंदोलन करेगी।
क्वारब की समस्या की सांसद को फ्रिक नहीं: कर्नाटक
अल्मोड़ा। पूर्व दर्जा राज्य मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने कहा कि क्वारब के पास बार बार हो रही लैंडस्लाइड से जहां जनता परेशान हो रही है वहीं, पर्यटन व व्यापार भी प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सड़क परिवहन राज्य मंत्री अजय टम्टा अपने ही संसदीय क्षेत्र के सड़क मार्ग को लेकर लापरवाह बने हुए हैं। अब तक इस समस्या का कोई ठोस समाधान नहीं निकाल पाए। सांसद की उदासीनता से लगता है कि उनकी इस परेशानी से कोई लेना-देना नहीं है, उन्हें इसकी कोई फ्रिक नहीं हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि प्रमुखता से इसका समाधान निकालने की मांग की है। उन्होंने कहा कि एक माह के अंदर अगर जनता को इस समस्या से निजात नहीं दिलाई गई तो वे जनता को साथ लेकर एनएच के ईई कार्यालय रानीखेत में आमरण अनशन करने को बाध्य होंगे।