अल्मोड़ा। 15 फरवरी यानि आज से फायर सीजन शुरू हो गया है। ऐन मौके पर वन आरक्षियों ने आंदोलन शुरू कर वन विभाग की मुश्किलें बढ़ा दी है। फायर सीजन के मौके पर कर्मचारियों की हड़ताल से वन विभाग के माथे पर बल ला दिया है।
वन बीट अधिकारी संघ के बैनर तेल शुक्रवार को दूसरे दिन वन प्रभाग व सिविल सोयम वन प्रभाग के सभी रेंजों के वन आरक्षी वन आरक्षी मांगों को लेकर आंदोलन पर डटे रहे। वन प्रभाग कार्यालय परिसर में वन आरक्षियों ने धरना दिया और मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया।
वन आरक्षी पुरानी नियमावली लागू करने, वन दरोगा की सीधी भर्ती रोकने, दस साल की सेवा पूर्ण कर चुके वन आरक्षियों की पदोन्नति, वन आरक्षी पद का ससमय वेतनमान, एसीपी और एमएएसपी व्यवस्था में संशोधन, वन आरक्षी नियम में संशोधन आदि मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे है। धरनास्थल पर वक्ताओं ने कहा कि मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा। वन आरक्षियों पर ही वनाग्नि रोकथाम का जिम्मा है। ऐसे में अगर आंदोलन समाप्त नहीं हुआ तो फायर सीजन में इसका बड़ा असर हो सकता है।
प्रदर्शन में जिला उपाध्यक्ष खजान सिंह मेहता, महिला उपाध्यक्ष पूनम पंम, रोशन कुमार, किशोर चंद्र, त्रिभुवन, हिम्मत बोरा, अर्जुन बोरा, तनुजा पाठक, रुचि, महेन्द्र मटेला, नरेन्द्र सिंह अधिकारी, आनन्द परिहार, घनानंद भट्ट, धीरेन्द्र सजवान, जगदीश बिष्ट, गोपाल सिंह, राजेन्द्र बिष्ट, भवान सिंह सहित कई वन आरक्षी मौजूद रहे।