इंडिया भारत न्यूज डेस्क: हरियाणा के मेवात और नूंह में हुई हिंसा को देखते हुए उत्तराखंड में अलर्ट जारी किया गया है। सभी जिलों की पुलिस को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस मुख्यालय ने खास तौर पर मिश्रित आबादी वाले इलाकों को चिन्हित कर यहां निगरानी के आदेश दिये हैं।
इस मामले पर अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था एपी अंशुमन ने बताया कि राज्यभर में पुलिस अधिकारियों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। मिश्रित आबादी को चिन्हित करते हुए यहां विशेष एहतियात बरतने और गश्त बढ़ाने के लिए भी कहा गया है।
गौरतलब है कि उत्तरकाशी के पुरोला में भी इससे पहले सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश हो चुकी है। लिहाजा, पुलिस इन सभी क्षेत्रों को चिन्हित कर रही है।
उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय ने भी राज्य भर में अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। मामले में सभी जिलों को लिखित रूप से आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। साथ ही इंटेलिजेंस से भी समन्वय स्थापित कर सूचनाओं के आधार पर कार्यवाही के लिए भी कह दिया गया है।
खास बात यह है कि इस दौरान बजरंग दल के प्रदर्शन के दौरान कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए कहा गया है। ऐसे में विरोध प्रदर्शन के दौरान हथियारों की नुमाइश ना हो इसके लिए भी पुलिस विभाग विशेष नजर रखेगा।
अब तक 6 लोगों की मौत
हरियाणा के नूंह में सोमवार को हुई दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प को लेकर प्रशासन अलर्ट पर है। नूंह में आज भी कर्फ्यू जारी है। उपद्रव को देखते हुए जिला उपायुक्त प्रशांत पंवार ने धारा 144 लागू की है। आज भी इंटरनेट सेवा बंद है। मामले में गिरफ्तारियों का दौर जारी है। पुलिस ने अब तक 116 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, हिंसक घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 6 पहुंच गई है।
कैसे फैली थी हिंसा?
दरअसल, नूंह में हिंदू संगठनों ने हर साल की तरह इस बार भी बृजमंडल यात्रा निकालने का ऐलान किया था। प्रशासन से इसकी इजाजत भी ली गई थी। सोमवार को बृजमंडल यात्रा के दौरान इस पर पथराव हो गया था। देखते ही देखते यह हिंसा में बदल गया। सैकड़ों कारों को आग लगा दी गई। साइबर थाने पर भी हमला किया गया। फायरिंग भी हुई। इसके अलावा एक मंदिर में सैकड़ों लोगों को बंधक बनाया गया।
पुलिस की दखल के बाद लोगों को वहां से निकाला गया। पुलिस पर भी हमला हुआ। नूंह के बाद सोहना में भी पथराव और फायरिंग हुई। वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। इसकी आंच गुरुग्राम तक पहुंच गई थी। भीड़ ने बीते मंगलवार देर रात यहां मस्जिद पर हमला करके मौलवी की हत्या कर दी। इतना ही नहीं दुकानों को भी आग के हवाले किया गया।