अल्मोड़ा: भारत छोड़ो आंदोलन के ऐतिहासिक दिवस पर विभिन्न जन संगठनों द्वारा केंद्र सरकार की मजदूर एवं किसान विरोधी नीतियों, उत्तराखंड में प्राकृतिक संसाधनों, जमीनों की भयावह लूट, महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, नौकरियों की लूट के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया गया।
चौघान पाटा गांधी पार्क में संयुक्त ट्रेड यूनियन की मांगों जैसे, श्रम संहिता रद्द व सरकारी क्षेत्र का निजीकरण बंद करने, न्यूनतम मजदूरी 26000 लागू करने, सभी को नियमित रोजगार देने, योजना कर्मचारियों को पक्का किया जाने, मनरेगा में 200 दिन का रोजगार 600 रुपए दैनिक मजदूरी दिए जाने, मनरेगा निर्माण, बीआरओ का श्रमिक कल्याण बोर्ड में पंजीकरण करने, मजदूरों को आवास व निशुल्क इलाज देने, सामाजिक व खाद्य सुरक्षा की गारंटी देने, ठेका मजदूरों को नियमित करो आदि मांगों के साथ धरना दिया गया।
सभा को संबोधित करते हुए उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी. सी. तिवारी ने कहा कि राज्य के प्राकृतिक संसाधनों, जमीनों में बड़े पैमाने पर माफियाओं के अवैध कब्जे से उत्तराखंडी अस्मिता खतरे में है जिसके खिलाफ सभी को मिलकर संघर्ष करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि एक ओर आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है और दूसरी ओर हमारे देश में मजदूरों, किसानों के आंदोलन को कुचला जा रहा है। आज देश में बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार चरम पर है और सत्ता में बैठी भाजपा सरकार जनता का इन मुद्दों से ध्यान भटका रही है।
सभा का संचालन करते हुए किसान सभा के आर. पी. जोशी ने कहा कि आज मजदूर और किसान मोदी सरकार व कॉपरेट सरकार की नीतियों से त्रस्त हैं। उन्होंने कहा कि आज देश में तमाम शक्तियां एकजुट होकर संघर्ष कर रही हैं।
इस दौरान सरकार की नीतियों के खिलाफ नारे लगाए व तमाम जनगीत गाए गए।
इस दौरान आशा वर्कर्स की जिलाध्यक्ष विजय लक्ष्मी, आनंदी मेहरा, नीमा जोशी, ममता भट्ट, भगवती आर्य, दया आर्या, किरण आर्या, किरण वर्मा, देवकी बिष्ट, उपपा के केंद्रीय महासचिव नारायण राम, हीरा देवी, भावना मनकोटी, राजू गिरी, भारती, मो. शाकिद, फलसीमा भूमि बचाओ आंदोलन के किशन सिंह बिष्ट, नौजवान संगठन के यूसूफ तिवारी, सी.पी.एम. की सुनीता पांडे, प्रकाश चंद्र, सुशील तोमर, दया आर्या, उछास के दीपांशु पांडे, गोविंद भट्ट, पुष्पा देवी, हरीश लाल, गोपाल राम, जया पांडे, ललित राम, राजेंद्र रावत, देवकी बिष्ट, गोविंद सिंह, दीपा भंडारी, बहादुर सिंह, धीरेंद्र, अनूप जोशी, सुमित सिंह बिष्ट समेत कई लोग मौजूद रहे।