अल्मोड़ा। सेवानिवृत्त केंद्रीय कर्मचारी कल्याण समिति का 12 वां वार्षिक सम्मेलन नगर के होटल सभागार में आयोजित किया गया। सम्मेलन में समिति की आठ मुख्य मांगों समेत अन्य बिंदुओं को लेकर विचार विमर्श किया गया। जिसमें अल्मोड़ा-बागेश्वर-पिथौरागढ़ रेल लाईन बिछाने की मांग प्रमुखता से उठी। इसके लिए उत्तराखण्ड के सभी सांसदों से अपने स्तर से ठोस प्रयास किए जाने का अनुरोध किया गया। इस मौके पर ग्यारहवी स्मारिका का विमोचन भी किया गया।
समिति के अध्यक्ष पी सी जोशी की अध्यक्षता में आयोजित सम्मेलन में वक्ताओं ने कहा कि कई सालों से समिति अपनी मांगें उठा रही है और पूर्व में प्रधानमंत्री को भी ज्ञापन भेज चुकी है, मगर आज तक कई मांगें जस की तस लटकी हैं।
इस दौरान वेतन आयोग में सेवानिवृत्त केन्द्रीय कर्मचारियों की ओर से भी एक सदस्य शामिल किये जाने, मेडिकल एलाउंस 1 हजार से बढ़ाकर 4 हजार रुपये करने, पेंशन में 20 प्रतिशत बढ़ोत्तरी 80 वर्ष के स्थान पर 2.5 प्रतिशत की दर से वार्षिक वृद्धि किए जाने, सेवा निवृत केन्द्रीय कर्मचारियों व पैरामिलट्री कर्मचारियों को समान पद समान पेंशन देकर सम्मान दिए जाने, कौम्यूटेशन की अवधि 15 वर्ष की जगह 12 वर्ष किए जाने, 2 वर्ष में एक बार परिवार सहित एलटीसी की सुविधा दिए जाने, सेवानिवृत केन्द्रीय कर्मचारियों को प्रतिवर्ष बोनस दिए जाने, आयकर के नए फार्मुले में छूट प्रदान करने, सीनियर सिटिजन, पेंशनर्स को रेल भाड़े में छूट दिए जाने, सीएसडी कैंटीन की सुविधा दिए जाने आदि मांगें उठाई गई।
इस दौरान हर्षवर्धन चौधरी, विशन सिंह, पान सिंह महरा, आर के खुल्बे, एन सी जोशी, जे सी पाठक, शीश राम, आर सी तिवारी, ए एस कार्की, जीएस सुप्याल, नारायण दत्त पांडे, आरपी जोशी, गंगा सिंह, केएस कड़ाकोटी, बी सी पंत, दीवान बिष्ट, एस एस तिवारी, डा. पी एस नेगी, एम सी आर्या, चंद्रशेखर सिंह सिराड़ी, सतीश चंद्र पंत, मोहन चंद्र पांडे, एम एस मटेला, गणेश सिंह बिष्ट, किशोरी लाल, एन एल वर्मा समेत कई सेवानिवृत्त केंद्रीय कर्मचारी मौजूद रहे।