-लोनिवि, शिक्षा विभाग समेत कई कार्यालयों में कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
-2 से 6 सितंबर तक शिक्षक व कर्मचारी काली पट्टी बांधकर करेंगे काम
अल्मोड़ा। केंद्र सरकार की ओर से लाई गई यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) को लेकर शिक्षकों-कर्मचारियों का विरोध तेज हो गया है। नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम से जुड़े शिक्षकों-कर्मचारियों का प्रांतीय अध्यक्ष जीतमणि पैन्युली व सचिव मुकेश रतूड़ी के आह्वान पर जिले में पांच दिवसीय काली पट्टी कार्यक्रम शुरू हो गया है। शिक्षकों-कर्मचारियों ने एनएमओपीएस के आंदोलन कार्यक्रम के तहत स्कूलों व कार्यालयों में काली पट्टी बांधकर काम किया। इस दौरान केंद्र सरकार से पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग उठाई।
एनएमओपीएस के जिलाध्यक्ष गणेश भंडारी व सचिव भूपाल सिंह चिलवाल ने बताया कि पूरे जिले में यह कार्यक्रम चल रहा है। प्रांतीय कोर कमेटी सदस्य धीरेन्द्र कुमार पाठक ने बताया कि सम्पूर्ण उत्तराखंड में यह कार्यक्रम चल रहा है। सभी सदस्यों द्वारा इसमें भागीदारी की जा रही है। कर्मचारियों ने कहा कि संशोधित यूपीएस किसी भी दशा में स्वीकार नहीं की जायेगी।
यहां प्रांतीय खंड पीडब्लयूडी में अधीक्षण अभियंता व अधिशासी अभियंता कार्यालय में तैनात डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ व अन्य कर्मचारियों ने यूपीएस का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया। एजुकेशनल मिनिस्ट्रीयल आफीसर्स एसोसिएशन के मंडलीय अध्यक्ष पुष्कर सिंह भैसोड़ा के नेतृत्व में शिक्षा विभाग के कर्मचारियों ने भी काली पट्टी बांधकर कार्य किया। और एनपीएस व यूपीएस का विरोध करते हुए ओपीएस बहाल करने की मांग की। डिप्लोमा फॉर्मासिस्ट एसोसिएशन ने भी आंदोलन में प्रतिभाग किया। इसके अलावा जल संस्थान, पंचायती राज, तहसील भवनों, विकास भवन, जिला कलक्ट्रेट भवन सहित सभी विभागों में एनपीएस व यूपीएस का जबरदस्त विरोध किया गया।
आंदोलन में डा. मनोज कुमार जोशी, डी के जोशी, एसएस डंगवाल, अशोक सिंह, प्रदीप जोशी, हिमांशु जोशी, तनुजा राणा, पुनीता रानी, कैलाश रौतेला, एससी जोशी, मुकेश पांडे, दुर्गा सिंह, राजेंद्र सिंह, बलवंत तड़ागी, कमल बिष्ट, बसंत कनवाल, देवेंद्र अधिकारी, पान सिंह मेर, दीपक तिवारी, मदनमोहन शर्मा, मीनाक्षी पांगती, रक्षा गर्ब्याल, अंजना कुंवर, लता तिवारी, इन्द्रा बोरा, प्रभा बगडवाल, ममता रावत, मनोज शर्मा, सुशील बाराकोटी, बसंत पाण्डेय, मीना शर्मा, घनश्याम सिंह, आशा जोशी, जीवन मेहरा, गोकुल दुर्गापाल, रमेश मेहरा, मोहन बिष्ट, दीपक चन्द्र, आशा जोशी, ललिता गोस्वामी समेत जिलेभर के शिक्षक-कर्मचारी सम्मिलित हुए।