अल्मोड़ा। धौलछीना थाने का संचालन ब्लाक मुख्यालय व स्वीकृत तहसील को संचालित करने की मांग को लेकर सोमवार को स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने डीएम आलोक कुमार पांडे को ज्ञापन सौंपा। जनप्रतिनिधियों ने कहा कि 2014 में स्वीकृत हुई धौलछीना तहसील आज भी जिला मुख्यालय से ही संचालित हो रही है। जबकि तहसील संचालन के लिए ब्लॉक मुख्यालय में पर्याप्त खाली भवन तथा संसाधन उपलब्ध है।
डीएम को सौंपे ज्ञापन में कहा कि थाना धौलछीना पिछले डेढ़ साल से धौलछीना स्थित आईटीआई के भवन में संचालित हो रहा है। वर्तमान में शासन द्वारा भवन बनाए जाने के लिए भूमि का चयन किया जा रहा है। जिसमें कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से थाने का भवन बाड़ेछीना के शील गांव में बनाए जाने का प्रस्ताव भेजा गया है। जहां से अल्मोड़ा थाने की सीमा केवल पांच किमी और जिला मुख्यालय की दूरी 15 किमी है। जबकि यहां से थाना क्षेत्र के अंतिम गांव की दूरी करीब 70 से 80 किलोमीटर दूर है। ऐसे में जिला मुख्यालय के नजदीक थाना बनाए जाने से दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों को इसका लाभ नहीं मिल पाएगा। ऐसे में जिला मुख्यालय के नजदीक थाना बनाए जाने से दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों को इसका लाभ नहीं मिल पाएगा। ब्लॉक मुख्यालय धौलछीना थाना क्षेत्र के मध्य में स्थित है। और यहां पर थाना भवन बनाने के लिए पर्याप्त भूमि भी उपलब्ध है।
व्यापार मंडल अध्यक्ष धौलछीना दरबान सिंह रावत ने कहा कि तहसील खुलवाने के लिए क्षेत्रीय ग्रामीणों ने लंबा संघर्ष किया है। बावजूद इसके किन्हीं कारणों से ब्लॉक मुख्यालय धौलछीना से थाने तथा तहसील को अन्यत्र खुलवाने का प्रयास किया गया तो इसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि तथा ग्रामीण बड़ा विरोधस्वरूप बड़ा आंदोलन करेंगे।
ज्ञापन सौंपने में ग्राम प्रधान संगठन अध्यक्ष चंद्र सिंह मेहरा, व्यापार मंडल अध्यक्ष दरबान सिंह रावत, भाजपा मंडल अध्यक्ष व बीडीसी सदस्य मंगल रावत, ग्राम प्रधान दीवान सिंह, धरम सिंह, दीवान मेहता, धीरज सिंह, रामपाल सिंह आदि लोग मौजूद रहे।