देहरादून। पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के 12 वें मुख्यमंत्री के रूप में कमान संभाल ली है। उनके साथ 8 मंत्रियों ने भी शपथ ली। सीएम बने रहने के लिए धामी को अगले 6 माह में उपचुनाव जीतना होगा। जो कि पार्टी के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। अटकलें लगाई जा रही है कि भाजपा धामी को उपचुनाव लड़ाने के लिए डीडीहाट या कालाढूंगी में से किसी एक सीट को खाली करा सकती है।
विधानसभा चुनाव 2022 में कालाढूंगी सीट से भाजपा के प्रत्याशी बंशीधर भगत ने कांग्रेस प्रत्याशी महेश शर्मा को 23 हजार से अधिक वोटों से हराया। बंशीधर की यह जीत कुमाऊं की सभी विधानसभा सीटों में सबसे अधिक अंतर से जीत रही। चर्चा है कि धामी इस सीट पर चुनाव लड़ सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो बंशीधर भगत को राज्यपाल या फिर राज्यसभा भेजे जाने की अटकलें भी हैं। फिलहाल कुछ भी स्पष्ट नहीं है।
इसके अलावा डीडीहाट से भी उपचुनाव की चर्चा हैं। वह पुष्कर सिंह धामी का पैतृक क्षेत्र है। यह सीट भी भाजपा के लिए सुरक्षित मानी जाती है। वहां पर लंबे समय से विशन सिंह चुफाल जीतते आए हैं। दूसरे नंबर पर रहने वाले निर्दलीय प्रत्याशी किशन भंडारी को भी धामी का करीबी माना जाता है। पार्टी विशन सिंह चुफाल को राज्य सभा भेज सकती है। हालांकि यह सब अटकलें हैं।