अल्मोड़ा। कोविड-19 मुश्किल समय में घर से निकलकर अस्पतालों में मरीजों के साथ काम करने वाले स्वास्थ्य विभाग में तैनात आउटसोर्स कर्मचारियो की सेवाएं समाप्त कर दी गयी है। जिससे कर्मचारियों में भयंकर आक्रोश है। मामले में कर्मचारियों ने जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ज्ञापन सौप सेवा बहाल करने की मांग की है। मांग पूरी नहीं होने पर कर्मचारियों ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
आउटसोर्स के माध्यम से कोविड-19 वैश्विक महामारी में नियुक्त किए गए कर्मचारियों की 31 मार्च को सेवा समाप्त कर दी गई है। जिसके बाद सभी कोविड-19 कर्मचारियों के सामने रोजगार एवं पारिवारिक भरण पोषण का संकट गहरा गया है।
कर्मचारियों मके कहा कि कोविड-19 की प्रथम, द्वितीय, तृतीय लहर के दौरान उन्होंने अपने व अपने परिवार के जीवन को संकट में डाल कर पूर्ण निष्ठा एवं ईमानदारी से दिन-रात अति अल्प वेतन में मरीजों की देखभाल सर्विलांस, सेम्पलिंग, टीकाकरण, ऑनलाइन एवं ऑफलाइन इंट्री एव ग्राम स्तर पर जाकर विषम परिस्थितियों में कई जरूरी कार्य किये गए। शासन द्वारा सम्मान स्वरूप धनराशि दिए जाने हेतु बहुत बार घोषणा भी की गयी लेकिन यह घोषणा हर बार मिथ्या साबित हुई।
कर्मचारियों ने कहा कि कोविड-19 में काम करने वाले आउटसोर्स कर्मचारियों की सराहना करने व उन्हें अतिरिक्त मानदेय देने के बजाय सेवा समाप्ति के आदेश दिए गए है, जो बेहद दुखद है। कर्मचारियों ने सेवा बहाल करने की मांग की है। ऐसा न करने पर कार्यस्थल पर आमरण अनशन करने की चेतावनी दी है।