चंपावत: माँ बाराही धाम देवीधुरा में पौराणिक काल से चला आ रहा बग्वाल मेले का रविवार यानि आज आगाज हो गया। जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय ने रिबन काट कर उद्घाटन है। 10 दिनों तक चलने वाले इस मेले का मुख्य आकर्षण रक्षाबंधन को होने वाली बग्वाल होती है।
चार ख़ामो के बीच होने वाले इस बग्वाल में पूर्व में रणबांकुरे मां बाराही मंदिर प्रांगण खोलिखान दुबाचौड़ में पत्थर मार के खेला करते थे। आज भी हर साल रक्षाबंधन के दिन माँ बाराही के इस प्रांगण में चारों ख़ाम के रणबांकुरे बग्वाल को फलों और फूलों से खेलते है।
ऐसा माना जाता है बग्वाल के दौरान खेल रहे रणबाकुरों के शरीर में लगी चोट को ही वह प्रसाद के रूप में लेते है। चार ख़ामो के बीच पत्थरों से चलने वाले इस पाषाण युद्ध को 2013 में कोर्ट के आदेशों के बाद ही फलों और फूलों से खेला जाने लगा। इस बग्वाल युद्ध के दौरान लगने वाली चोट उन्हें फल स्वरूप प्रदान होती है।
जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय का कहना है कि बग्वाल में जिला पंचायत द्वारा श्रद्धालुओं के लिए हर तरीके के उचित प्रबंध किये गए है। उन्होंने बग्वाल मेले को एक पौराणिक ऐतिहासिक मेला बताया।
मेला समिति के अध्यक्ष मोहन बिष्ट, पूर्व कमेटी अध्यक्ष खीम सिंह लमगड़िया, अमित लमगड़िया समेत कई लोग मौजूद रहे।