अल्मोड़ा: यूके ट्रिपल एससी पेपर लीक विवाद और अब यूकेपीएससी का पटवारी पेपर लीक विवाद धामी सरकार अब विपक्ष और युवा बेरोजगारों के सवालों से चौतरफा घिर चुकी है। बीते 8 जनवरी को हुई पटवारी लेखपाल परीक्षा का पर्चा लीक होने के बाद विपक्ष प्रदेश सरकार पर हमलावर है। उत्तराखण्ड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने कहा कि भाजपा सरकार प्रदेश के युवाओं के भविष्य को लेकर कितनी सजग है यह बार बार सरकारी भर्तियों के पेपर लीक होने के मामलों से साफ हो चुका है।
प्रेस को जारी एक बयान में कर्नाटक ने कहा कि सरकारी नौकरियों की तैयारी कर रहे युवाओं के साथ प्रदेश सरकार द्वारा भद्दा मजाक किया जा रहा है। पेपर लीक प्रकरण प्रदेश सरकार की जीरो टालरेंस नीति पर एक करारा तमाचा है। पेपर लीक प्रकरणों को रोकने, ऐसा दुस्साहस करने वाले भ्रष्ट अधिकारियों और अपराधियों पर लगाम लगाने का एकमात्र उपाय है कि अभी तक लीक हुए सारे पेपरों की सीबीआई जांच कराई जाए।
उन्होंने कहा कि जहां एक ओर इन प्रकरणों से हमारा युवा अवसाद में जा रहा है वहीं दूसरी ओर इन परीक्षाओं को कराने में सरकार का करोड़ों रूपया बर्बाद हो रहा है जो कर्ज के बोझ तले उत्तराखंड राज्य के लिए अच्छा नहीं है। कर्नाटक ने कहा कि पहले यूकेएसएसएससी और उसके बाद पटवारी लेखपाल की परीक्षाओं का पेपर लीक होना स्पष्ट संकेत है कि प्रदेश सरकार इन नकल माफियाओं पर अंकुश लगाने में फेल साबित हो रही है।
कर्नाटक ने कहा कि आज प्रदेश सरकार की नाकामी के चलते युवा इन नकल माफियाओं के हाथ की कठपुतली बनकर रह चुके हैं जो प्रदेश सरकार के लिए काफी शर्मनाक है। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि इन तमाम पेपर लीक प्रकरणों की शीघ्र सीबीआई जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। ताकि आज के बाद ये नकल माफिया युवाओं के साथ इतना घृणित कृत्य ना कर सकें। केवल सेवा से निलंबित कर दिया जाना व भविष्य में बहाल कर देना इसका समाधान नहीं है।
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