स्थानीय लोगों व वाहन चालकों ने खुद ही पेड़ काटकर कराया यातायात सुचारू
अल्मोड़ा: सोमेश्वर-कौसानी स्टेट हाईवे(Someshwar-Kausani State Highway) में मंगलवार को एक बड़ा हादसा होने से टल गया। देर शाम बारिश व तेज हवा चलने से टोटासीलिंग के पास एक पेड़ भरभराकर सड़क पर गिर गया। इस दौरान सड़क किनारे खड़ी एक ट्रैवलर पेड़ की चपेट में आने से क्षतिग्रस्त हो गई। गनीमत रही कि वाहन के अंदर कोई मौजूद नहीं था। वही, हाईवे से गुजर रहे वाहन भी पेड़ की चपेट में आने से बच गए।
पेड़ गिरने के बाद हाईवे में दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग पड़ी। इस दौरान अपने गंतव्यों की ओर जा रहे कई वाहन चालक व यात्री जाम में फंसे रहे। जिसमें कौसानी, गरुड़, ग्वालदम, बागेश्वर, सोमेश्वर, रानीखेत, अल्मोड़ा, हल्द्वानी आदि शहरों को जाने वाले वाहन जाम में फंसे रहे।
स्थानीय लोगों व वाहन चालकों ने बाद में खुद ही मोर्चा संभालते हुए वुड कटर से पेड़ को काटकर सड़क के किनारे किया। करीब 2 घंटे बाद हाईवे में दोबारा यातायात सुचारू हुआ। जिससे वाहन चालकों व यात्रियों ने राहत की सांस ली।
घटना से बेखबर रहा आपदा प्रबंधन विभाग
उत्तराखंड में मानसून सीजन 15 जून से शुरू होने वाला है। लेकिन आपदा प्रबंधन विभाग व अन्य संबंधित विभाग मानसून को लेकर कितने चौकन्ने है, यह मंगलवार को टोटासीलिंग घटना से देखने को मिला। हाईवे में पेड़ गिरने के करीब दो घंटे तक हाईवे में वाहनों की आवाजाही ठप रही, बावजूद इसके आपदा प्रबंधन विभाग घटना से पूरी तरह बेखबर रहा। सूचना लेने पर आपदा प्रबंधन विभाग ने घटना की जानकारी नहीं होने की बात कही। यही हाल पुलिस का भी रहा। पुलिस भी घटना से अनभिज्ञ रही। घटना के करीब 3 घंटे बाद जब सोमेश्वर थाना पुलिस से इस संबंध में जानकारी लेनी चाही तो पुलिस ने कोई जानकारी नहीं होने की बात कही।
वही, बैठकों में हर बार अधिकारियों को मानसून सीजन को लेकर अलर्ट रहने व तैयारी पूरी रखने के निर्देश दिए जाते है। लेकिन धरातल पर यही हाल रहा तो आपदा प्रबंधन विभाग आगे मानसून सीजन से कैसा निपटेगा, यह सोचनीय विषय है।