अल्मोड़ा: ड्रैनेज सिस्टम के पहले चरण के कार्य की गति काफी धीमी होने पर नगर के लोगों का आक्रोश अब बढ़ते जा रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता विनय किरौला के नेतृत्व में आज स्थानीय निवासियों ने अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर जोरदार नारेबाजी की।
सामाजिक कार्यकर्ता विनय किरौला ने कहा कि सरकार ने अल्मोड़ा में ड्रैनेज सिस्टम के पहले चरण के लिए 19 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की है। जिसका कार्य इस साल मार्च माह से शुरू हो चुका है। लेकिन ठेकेदार की लापरवाही के चलते अब तक 5 फीसदी कार्य किया गया है।
किरौला ने कहा कि पूर्व में इस संबंध में अधिकारियों से वार्ता के दौरान ठेकदार, विभाग व जनता के बीच वार्ता के लिए 23 दिसंबर की तारीख नियत हुई थी। लेकिन जब शनिवार यानि आज लोग सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता कार्यालय पहुंचे तो अफसर व ठेकेदार गायब मिले। इससे वहां मौजूद लोगों में रोष उत्पन्न हो गया। लोगों ने सिंचाई विभाग पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की।
विनय किरौला ने कहा कि उन्होंने दूरभाष के माध्यम से पूरे घटनाक्रम की जानकारी सिंचाई सचिव को दी है। उन्होंने ठेकेदार व विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि नैनीताल में 100 साल पूर्व बने ड्रैनेज सिस्टम के बाद से अब तक कोई ड्रैनेज सिस्टम नही बना है, किसी भी शहर के लिये 100-200 सालों में ड्रैनेज सिस्टम एक बार बनता है।
किरौला ने अल्मोड़ा नगर को भूस्खलन से बचाने की इस मुहिम में जनता से एकजुट होकर नगर को बचाने की इस मुहिम में सहयोग व संगठित होने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मामले में सकारात्मक कार्यवाही नहीं होने पर जल्द जिलाधिकारी से मुलाकात की जाएगी।