अल्मोड़ा: कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने उत्तराखंड में अभी तक भू कानून लागू न होने को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि आज उत्तराखंड बने 23 वर्ष से अधिक का समय हो गया है लेकिन अभी तक उत्तराखंड में सशक्त भू कानून नहीं बनाया जा सका है।
मीडिया को जारी एक बयान में कर्नाटक ने कहा कि आज उत्तराखंड में सशक्त भू कानून नहीं होने से बाहरी लोगों के द्वारा जमीन की खरीद फरोख्त कर जमीन को खुर्द-बुर्द किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की आवाम आज टकटकी लगाए डबल इंजन सरकार की तरफ देख रही है कि सरकार उत्तराखंड में सशक्त भू कानून बनाए ताकि उत्तराखंड देवभूमि की जमीन का दुरूपयोग न होने पाए।
कर्नाटक ने कहा कि भू कानून पर निर्णायक लड़ाई का समय उत्तराखंड के निवासियों के लिए आ गया है, यदि डबल इंजन की सरकार अब भी सशक्त भू कानून नहीं बनाती है तो अपने अधिकारों, सांस्कृतिक पहचान और अस्तित्व को बचाने के लिए हमें मजबूरन सड़कों पर उतरना होगा।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य की परिकल्पना इसलिए नहीं की थी कि आज बाहरी लोग उत्तराखंड की जमीनों को खुर्द-बुर्द करें। यदि हम अब भी नहीं चेते तो वह समय दूर नहीं जब हमारी आने वाली पीढ़ी अपनी ही जमीनों पर इन्ही पूंजीपतियों के वहाँ नौकरों की तरह काम करेंगी। उत्तराखंड में बाहर के लोग पर्वतीय क्षेत्रों की कृषि भूमि,गैर-कृषि उद्देश्यों के लिए खरीद रहे हैं और उसे खुर्द बुर्द करने का काम कर रहे हैं।इसे अब किसी भी कीमत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।