अल्मोड़ा: तिरंगे में लिपटे जवान कमल सिंह भाकुनी की पार्थिव देह गुरुवार को जैसे ही उनके गांव बूंगा पहुंची, हर एक की आंखें नम हो गईं। शहीद के सम्मान में सिर झुक गए, आंखें सजल हुईं। लोगों के चेहरे पर शहीद के प्रति गर्व का भाव दिखा। युवाओं की आंखों में देशभक्ति का जज्बा हिलोरे ले रहा था। ‘भारत माता की जय’ व ‘शहीद कमल सिंह भाकुनी अमर रहे’ के नारों से पूरा इलाका गूंज उठा।
मणिपुर में ड्यूटी के दौरान गोली लगने से शहीद हुए बूंगा गांव के सैनिक कमल सिंह भाकुनी गुरुवार को पंचतत्व में विलीन हो गए है। सोमेश्वर के शमशान घाट में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य, तहसीलदार खुशबू पांडे, कुमाऊं रेजीमेंट के मेजर आयुष फिलिप्स, थानाध्यक्ष कश्मीर सिंह आदि ने पुष्प चक्र अर्पित कर कमल को अंतिम विदाई दी।
बूंगा गांव से 4 किलोमीटर दूर सोमेश्वर तक पैदल शव यात्रा निकली। जिसमें क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। इस मौके पर कौसानी से पहुंची सिग्नल कोर के जवानों और पुलिस की सशस्त्र टीम ने अंतिम सलामी दी और सेना की ओर से पुष्प चक्र अर्पित किए।जबकि कमल के बड़े भाई प्रदीप भाकुनी ने मुखाग्नि दी।
इससे पहले युबह 7 बजे सेना के जवानों की टीम कमल सिंह भाकुनी के पार्थिव शरीर को मणिपुर से लेकर चनौदा पहुंचे। और पार्थिव शरीर को बूंगा गांव ले जाया गया। शहीद का पार्थिव शरीर जैसे ही उनके आंगन में पहुंचा, परिजनों में चीख-पुकार मच गई। सभी बिलख-बिलख कर रोने लगे। शहीद को श्रद्धांजलि देने सैकड़ों की संख्या में पहुंचे लोगों की आंखें छलक गई।
शव यात्रा में पूर्व दर्जा राज्य मंत्री राजेंद्र बाराकोटी, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा की पत्नी रेणू टम्टा, विधायक प्रतिनिधि भुवन जोशी, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष कुंदन भंडारी, भाजपा मंडल अध्यक्ष अंजली जोशी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य बालम भाकुनी, पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख राजेंद्र कैड़ा, राजू भट्ट, किशोर नयाल, चंदन सिंह बिष्ट, पुष्कर मेहता, संतोष कुमार, आदि मौजूद रहे।