अल्मोड़ा। नगर पालिका परिषद से नगर निगम बनने के बाद पहली मर्तबा हुए चुनाव में भाजपा जीत दर्ज करने में कामयाब हुई है। नगर में कांग्रेस को काफी मजबूत माना जाता था। लेकिन कांग्रेस के किले को ढहाने के लिए बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। और वह इसमें कामयाब भी हुई।
नगर निगम के मेयर पद के चुनाव भाजपा प्रत्याशी अजय वर्मा शुरुआती दौर से लेकर आखिरी तक बढ़त बनाए रहे। राज्य गठन से पूर्व और राज्य गठन के बाद नगर पालिका परिषद में हमेशा कांग्रेस ही काबिज रही। लेकिन पहली बार निगम बनने अल्मोड़ा में भाजपा ने पहली बार मेयर पद से ऐतिहासिक जीत दर्ज कर कांग्रेस को ऐसी पटकनी दी कि शायद उसे इसका भरोसा ही नहीं था।
कांग्रेस से भाजपा में आए लोगों का लक्ष्य पूरा हुआ
कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए प्रदेश व जिला स्तरीय कई पदाधिकारी तथा कार्यकर्ताओं का जो लक्ष्य था वह पूरा हो गया। कांग्रेस में एक गुट विधायक मनोज तिवारी के खिलाफ था जो समांतर कांग्रेस चल रहा है तथा उसका लक्ष्य मनोज तिवारी को नगर निगम चुनाव में सबक सिखाना था जिसके चलते वह भाजपा में शामिल होकर भाजपा प्रत्याशी के लिए दिन-रात प्रचार में जुड़ रहा और वहां अपने लक्ष्य पूरा करने में सफल रहे। वही, कांग्रेस के कुछ नेता दूसरे पार्टी से आए व्यक्ति को टिकट देने से नाराज थे।
भाजपा ने कांग्रेस के वोट बैंक में की जबरदस्त सेंधमारी
मेयर के चुनाव में भाजपा ने एक रणनीति के तहत कांग्रेस के वोट बैंक में ऐसी सेंधमारी की, जिसका कांग्रेस को यकीन ही नहीं था कांग्रेस के परंपरागत मतदाता माने जाने वाले मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में व अनुसूचित जाति क्षेत्रों वाले वार्डों में भी कांग्रेस प्रत्याशी भाजपा प्रत्याशी से पीछे रहे। वहीं भाजपा में जो भीतर घात की संभावना थी वह भी नहीं हो पाई। बाहर से आए संघ के कार्यकर्ता भी चुनाव में पूरी नजर बनाए रखे हुए थे।