इंडिया भारत न्यूज डेस्क: उत्तराखंड में पिछले कुछ सालों से वन्य जीवों व उनके अंगों की तस्करी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बागेश्वर जिले में पुलिस व वन विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। जहां दुर्लभ प्रजाति के भालुओं की 340.62 ग्राम पित्त के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपी बागेश्वर के ही रहने वाले है। वही, बरामद भालू के पित्त की कीमत करीब 35 लाख बताई जा रही है।
पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रहलाद कोंडे ने प्रेस वार्ता में बताया कि एसओजी व वन विभाग की टीम ने झूनी निवासी डिगर सिंह, खोलियागांव निवासी मनोज उपाध्याय तथा मिकिला खलपट्टा निवासी जगत सिंह को भालू की पित्त के साथ गिरफ्तार किया है।
एसपी अक्षय प्रहलाद कोंडे ने कहा कि क्राइम डेटा के अनुसार जिले में भालू की पित्त की रिकवरी में यह अब तक का सबसे बड़ा मामला है। आरोपी डिगर सिंह पूर्व में भी चरस तस्करी के आरोप में जेल जा चुका है।
एसपी ने बताया कि आरोपी भालू की पित्ती को दिल्ली के जरिए नेपाल तथा चीन के बाजार में उंची कीमत पर बेचने की फिराक में थे। मामले की तह तक जाने का प्रयास किया जाएगा।
पुलिस अधीक्षक ने एसओजी व वन विभाग की टीम की सफलता पर 10 हजार रुपये के ईनाम की घोषणा की है।