अल्मोड़ा। जागेश्वर विधानसभा क्षेत्र में सड़कों में डामरीकरण के दौरान बरती जा रही अनियमितताएं और गुणवत्ता की अनदेखी को लेकर उठें सवालों और शिकायतों के बाद प्रशासन हरकत में आया है। जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने विस क्षेत्र की तीन सड़कों में हो रहे डामरीकरण व सुधारीकरण के कार्यों के जांच के आदेश किए है। जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है, जो एक सप्ताह के भीतर जांच कर आख्या डीएम कार्यालय को सौपेगी।
डीएम आलोक कुमार पांडेय ने बताया कि जागेश्वर विस क्षेत्र की दन्या-आरासलफड़, जैंती-पीपली व जैंती-भनोली मोटर मार्ग में वर्तमान में चल रहे डामरीकरण कार्यों को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा कार्यों की शिकायत व जांच कराने की मांग की गई है। जिसके दृष्टिगत इन तीनों मोटर मार्गों के डामरीकरण के कार्यों की जांच कराई जाएगी।
डीएम ने बताया कि प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए उक्त मोटर मार्गों में हो रहे डामरीकरण कार्यों की गुणवत्ता की जांच के लिए समिति गठित की गयी हैं जिसमें अधीक्षण अभियंता लोनिवि, अल्मोड़ा अध्यक्ष तथा अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग व अधिशासी अभियंता, प्रांतीय खंड लोनिवि को सदस्य नामित किया गया है।
डीएम ने जांच समिति को कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर एवं इनसे सम्बन्धित आंगणनों, निविदा प्रपत्रों आदि का अवलोकन करते हुए अपने स्पष्ट मंतव्य सहित आख्या एक सप्ताह के भीतर अनिवार्य रूप से डीएम कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है।
डीएम ने जांच कमेटी को जैंती, भनोली एवं लमगड़ा तहसील के अन्तर्गत पीएमजीएसवाई द्वारा हाल में संचालित नये मोटर मार्गों के निर्माण कार्यों एवं पूर्व में बनाये गए मोटर मार्गों में किए जा रहे सुधारीकरण व डामरीकरण कार्यों की भी जांच कर आख्या देने के निर्देश दिए है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल, स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने हाल ही में इन सड़कों पर नियमों को ताक पर रखकर घटिया डामरीकरण करने का आरोप लगाया था। और जांच नहीं होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी थी। इसके बाद बीते दिनों जागेश्वर विधायक मोहन सिंह मेहरा भी इस मामले में कूदे और उन्होंने डीएम को ज्ञापन सौंपकर डामरीकरण कार्यों की जांच कराने की बात कही थीं।