अल्मोड़ा। चमोली जिले के हेलंग में हुई घटना को लेकर सोमवार को प्रदेश में जगह जगह धरना प्रदर्शन हुए। उत्तराखंडी अस्मिता के लिए संघर्षरत ताकतों द्वारा गठित हेलंग एकजुटता मंच के आह्वान पर अल्मोड़ा में उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी समेत अन्य संगठनों से जुड़े लोगों ने चौघानपाटा गांधी पार्क में धरना प्रदर्शन किया और हेलंग की घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने, चमोली जिला प्रशासन को तत्काल हटाने और सम्पूर्ण मामले की न्यायिक जांच करने की मांग की गई।
प्रदर्शन में डांडा कांडा ;हवालबाग, अल्मोड़ा में सरकारी जमीनों पर कब्जा करने के साथ अपराध, अराजकता का केंद्र बन चुके प्लीज एंड वैली फाउंडेशन को सरकार के पक्ष में जब्त करने की मांग भी की गई।
पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार गांधी पार्क में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पी.सी. तिवारी ने कहा कि 15 जुलाई को हेलंग में हुई घटना उत्तराखंड के हर क्षेत्र में रोज हो रही घटनाओं का चरम बिंदु है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के पिछले 22 वर्षों में यहां की सरकारों और राजनीतिक दलों ने प्राकृतिक संसाधनों की पूंजीपतियों, माफियाओं व सरकारी, गैर सरकारी कंपनियों के पक्ष में निर्मम लूट की है, जिससे उत्तराखंडी अस्मिता खतरे में है। जिसके खिलाफ निर्णायक संघर्ष शुरू करने का वक्त आ गया है।
सभा को संबोधित करते हुए किसान सभा व सीपीएम के नेता दिनेश पांडे ने कहा की हेलंग को लेकर पूरे प्रदेश में संघर्षशील ताकतों की एकजुटता एक बदलाव का संकेत दे रही है।
ग्रीन हिल ट्रस्ट की नेत्री डॉ. वसुधा पंत ने कहा की हेलंग की घटना उत्तराखंडी अस्मिता पर हमला है और एक जनांदोलन है जिसमें सबकी भागीदारी जरूरी है।
सभा का संचालन करते हुए उपपा की केंद्रीय सचिव आनंदी वर्मा ने कहा कि उत्तराखंड में रक्षक ही भक्षक बनकर जनता का निर्मम दमन कर रहे हैं।
धरना प्रदर्शन को उपपा की नेत्री किरन आर्या, एडवोकेट नारायण राम, एडवोकेट गोपाल राम, मंजू जोशी, अमीन्नुर रहमान, उपपा की नगर अध्यक्ष हीरा देवी, सरिता मेहरा, धीरेंद्र मोहन पंत, भूपेंद्र बल्दिया, प्रकाश चंद्र, उत्तराखंड छात्र संगठन की भावना पांडे, मोहम्मद शाकिद, भावना मनकोटी समेत अनेक लोगों ने संबोधित करते हुए प्रदेश सरकार से हेलंग एकजुटता मंच की ओर से प्रस्तुत सभी पांच मांगों पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की।
धरना प्रदर्शन में जनगीतों के साथ सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई और प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी की यदि सरकार ने आंदोलन की मांगे तत्काल पूरी नहीं की तो प्रदेश में जोरदार आंदोलन शुरू किया जाएगा।
कार्यक्रम में उछास के दीपांशु पांडे, रेनुका, चंपा सुयाल, हेमा पांडे, प्रेम सिंह नेगी, नंदाबल्लभ उप्रेती, आनंद राम, सबाना, नीता टम्टा समेत बड़ी संख्या में लोग शामिल थे।