अल्मोड़ा। जाते-जाते मानसून इस बार कई परिवारों को गहरे जख्म दे गया। मानसून की अंतिम दौर की बारिश लोगों पर कहर बनकर टूटी। इस बारिश ने कहीं जगहों पर तबाही सी मचा दी। कहीं तेज बारिश से लोगों के आशियानें उजड़ गए तो कहीं उफनाए गधेरों ने लोगों ने जान लील ली। लिंगुड़ता क्षेत्र में पांच दिन पहले बरसाती गधेरे में बहे युवक का शव गुरुवार देर शाम पुलिस ने बरामद कर लिया है।
बुडेरा बेरीनाग निवासी 28 वर्षीय शंभूराम पुत्र पूरन राम बीते 14 सितंबर को हल्द्वानी से यात्रियों को लेकर बेरीनाग को निकाला था। सुबह करीब 9 बजे धौलछीना बाजार से आगे कसाण बैंड पहुंचा तो सड़क पर मलबा आया हुआ था। सड़क बंद होने के कारण वह अपने एक अन्य चालक साथी के साथ पैदल रास्ते से कनारीछीना की ओर निकल गया। लिंगुड़ता के पास रौयत गधेरे को पार करते समय दोनों का संतुलन बिगड़ गया और दोनों गधेरे में बहने लगे। गधेरे की तेज बहाव में शंभू बह गया, जबकि उसका साथी नरेंद्र किसी तरह बाल बाल बच गया।
टैक्सी ड्राइवर की तलाश के लिए पिछले 5 दिन से धौलछीना पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें लगातार सर्च आपरेशन में जुटी थी। घटना के छठे दिन गुरुवार शाम करीब 5 बजे घटनास्थल से करीब 500 मीटर नीचे शंभू का शव पत्थरों के बीच फंसा हुआ बरामद हुआ। पुलिस ने स्थानीय ग्रामीणों की मदद से शव को गधेरे से निकाल कर सड़क तक पहुंचाया। पुलिस अग्रिम कार्यवाही में जुट गई है।