अल्मोड़ा। दूनागिरी क्षेत्र के पशुपालकों ने क्षेत्र में स्थाई पशुधन प्रसार अधिकारी की नियुक्ति को लेकर बीस किलोमीटर दूर पहुंचकर पशु चिकित्सालय में नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान पशुपालकों ने कुछ देर के लिए पशु चिकित्सालय में तालेबंदी भी कर दी।
इस दौरान दुग्ध संघ के अध्यक्ष आनंद सिंह बिष्ट ने कहा तहसील के दूनागिरी क्षेत्र में सबसे ज्यादा दुग्ध उत्पादन एवं पशुपालन का कार्य होता है। आठ माह पहले क्षेत्रीय जनता के आंदोलन के बाद यहां पर पशुधन प्रसार अधिकारी की नियुक्ति की गई थी। लेकिन कुछ दिन पूर्व यहां के पशु धन प्रसार अधिकारी को कफड़ा में अटैच कर दिया गया।
बिना किसी अन्य की नियुक्ति के पशुधन प्रसाद अधिकारी को अन्यत्र भेजे जाने से क्षेत्र के दो हजार से ज्यादा पशुओं को कोई भी इलाज नहीं मिल पा रहा है। यह क्षेत्र प्रतिदिन ढाई हजार से ज्यादा लीटर दूध डेरी के माध्यम से अल्मोड़ा भेजता है। बावजूद कोई पशु चिकित्सा अधिकारी व पशुधन प्रसाद अधिकारी नियुक्त नहीं है। मजबूर होकर ग्रामीण आज यहां पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा तत्काल अपर निदेशक कुमाऊं से फोन पर वार्ता करते हुए पत्र भी भेजा। जिसके बाद अपर निदेशक द्वारा पत्र भेज कर कफड़ा में पशु सेवा केंद्र कालीखोली में तैनात नवीन चंद चौधरी को तीन दिन कफड़ा में उपस्थित रहने के आदेश निर्गत किये।
वहीं, दूनागिरी क्षेत्र के लिए पशुधन प्रसार अधिकारी मनोज सिरोही को पूर्व की भांति कार्य करने के लिए पशु चिकित्सा अधिकारी ने लिखित आदेश दिए। इसके बाद ग्रामीणों ने अपना धरना प्रदर्शन समाप्त किया।
इस दौरान आनंद सिंह बिष्ट, जोगा राम, रमेश राम, दीपा देवी, चंपा देवी, तुलसी देवी, गंगा देवी, हेमा देवी, दुर्गा देवी, पदमा भंडारी, ममता देवी, जानकी देवी, गोविंद सिंह, सुरेश चंद्र, भुवन पुरोहित, सुंदर सिंह, मोहन सिंह, रामगोपाल, राजेंद्र सिंह, नितीश नेगी, कैलाश चंद्र सहित दर्जनों लोग मौजूद रहे।